अब प्रधान कार्यालयों के माध्यम से विभागों को नोटिस भेजेगा नगर निगम
ऊना,रिपोर्ट अविनाश चौहान
आर्थिक हालत खराब होने के बावजूद जहां शहर को स्वच्छ बनाने में नगर निगम के 275 सफाई कर्मचारी स्वच्छता पहरी बन कर डटे हैं, वहीं कई सरकारी और निजी संस्थान कूड़ा उठवाने के बाद नगर निगम को शुल्क नहीं दे रहे हैं। इन संस्थानों से कूड़े का लाखों रुपये का शुल्क वसूलना नगर निगम के लिए चुनौती बन गया है।ऐसे में उक्त संस्थान अगर 31 जनवरी तक कूड़े का शुल्क नहीं भरते हैं तो नगर निगम मंडी अब ऐसे डिफॉल्टर विभागों को उनके प्रधान कार्यालयों के माध्यम से नोटिस जारी करेगा।
इसके साथ ही 31 जनवरी तक कूड़े के भुगतान को लेकर अब नगर निगम इन संस्थानों को नोटिस जारी कर रहा है। अभी तक करीब 20 संस्थानों को नोटिस जारी कर दिए हैं, जिनसे नगर निगम ने 15 हजार से लेकर 18 लाख रुपए तक वसूलने हैं।उक्त संस्थान वर्ष 2021 से कूड़ा-कचरा तो उठवा रहे हैं, लेकिन उसका भुगतान नहीं कर रहे हैं। नगर निगम के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने कहा कि उक्त संस्थानों से कूड़ा शुल्क वसूलने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं, अगर वह 31 जनवरी से तक शुल्क नहीं देंगे तो पहली फरवरी से उनका कूड़ा नहीं उठाया जाएगा।
नगर निगम कार्यालय के मुताबिक क्षेत्रीय अस्पताल मंडी से 18 लाख रुपये, कंगणीधार के पास सब्जी मंडी से 13.50 लाख, वल्लभ डिग्री कॉलेज से 75 हजार, बीडीओ ऑफिस और पोस्ट ऑफिस से 18-18 हजार, पंचायत भवन से 18 हजार, पड्डल में एसबीआई बैंक से 36 हजार, विद्युत विभाग के तीनों डिविजनों से कुल 54 हजार और उच्च शिक्षा विभाग के 22 हजार रुपये कूड़े-कचरे के फंस गए हैं। इसके अलावा पड्डल में प्राइमरी स्कूल, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, सौली खड्ड के पास स्टेट को-आपरेटिव बैंक, आशियाना गेस्ट हाउस, मंगवाई में स्वामी विवेकानंद स्कूल, मंडी पब्लिक स्कूल, इंडस स्कूल, देव सदन, ब्यास सदन, सर्किट हाउस के पास भी नगर निगम के हजारों रुपये कूड़े के शुल्क के फंस गए हैं।
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