सरकार और निगम प्रबंधन समय रहते मांगों को लेकर वार्ता के लिए बुलाए
धर्मशाला,रिपोर्ट मोनिका शर्मा
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन हिमाचल पथ परिवहन निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर जोरावर स्टेडियम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सरकार के प्रति रोष रैली भी निकाली और नारेबाजी की। हिमाचल पथ परिवहन पेंशनर्स कल्याण संगठन के प्रदेशाध्यक्ष केसी चौहान की अध्यक्षता में पेंशनरों ने सुक्खू सरकार पर गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा कि लंबे समय से पेंशनर्स के भत्ते और अन्य देनदारियों का भुगतान नहीं हुआ है। अब मजबूरन उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।
सभी सदस्यों ने प्रदेश सरकार और निगम प्रबंधन की ओर से उनकी मांगों पर संज्ञान न लेने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पेंशनर अपनी मांगों को कई बार उप मुख्यमंत्री के समक्ष उठा चुके हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर गौर ही नहीं कर रही है। सरकार और निगम प्रबंधन समय रहते मांगों को लेकर वार्ता के लिए बुलाए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो आने वाले दिनों में आंदोलन तेज किया जाएगा। एचआरटीसी पेंशनरों के भत्तों का भुगतान नहीं हुआ है। ये भत्ते करीब 300 से 350 करोड़ रुपये के बताए जा रहे हैं।
इसके अलावा पेंशनरों ने माह की पहली तारीख को पेंशन देने की मांग की है। इसके अतिरिक्त सभी प्रकार के लंबित भुगतानों को एकमुश्त करने की मांग सरकार के समक्ष उठाई है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के पेंशनर्स मांगों को लेकर आराम करने की उम्र में आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि एरियर भी लंबित है, जिसका भुगतान नहीं हुआ है। इसके अलावा पेंशनरों ने 65, 70 व 75 वर्ष की आयु पूरी कर चुके पेंशनरों को प्रदेश सरकार के पेंशनरों की तरह क्रमश: 5, 10, 15 प्रतिशत बढ़ा हुआ पेंशन भत्ता देने और चिकित्सा बिलों की एक मुश्त भुगतान किए जाने की मांग की है।
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