हाईवे की सड़कें और जंगल बने प्लास्टिक कचरे के डंपिंग स्थल
मंडी,रिपोर्ट सोनिका ठाकुर
उपमंडल में स्वच्छता के दावे हवा होते नजर आ रहे हैं। कई विभागों को जिम्मेदारी सौंपने के बाद भी प्लास्टिक कचरे की गंदगी खुले में पर्यटकों और आम लोगों का मुंह चिढ़ा रही है। जोगिंद्रनगर शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर पातकू के समीप मंडी-पठानकोट हाईवे की सड़क और साथ लगते जंगल को लोगों ने प्लास्टिक कचरे की डपिंग साइट बना दिया है।
यहां पर फैली दुर्गंध से पर्यावरण दूषित होने का भी खतरा पैदा हो गया है।हैरत की बात है कि कई विभागों को जिम्मेवारी सौंपने के बाद भी पर्यावरण संरक्षण के लिए कोई भी अधिकारी गंभीर नहीं है। करीब दस विभागों को पाॅलिथीन का प्रयोग करने वालों पर कार्रवाई के अलावा चालान काटने की भी शक्ति दी गई है, लेकिन अधिकारी अपनी जिम्मेवारियों से बचते नजर आ रहे हैं। इसलिए अब हाईवे की सड़कों पर प्लास्टिक कचरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
पालिथीन के इस्तेमाल और इसके खुले में फेंकने पर एनजीटी एक्ट के तहत कार्रवाई में पांच हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है। इसके लिए कुछ विभागों को जिम्मेवारियां भी सौंपी गई हैं। अपनी जिम्मेदारी का जो अधिकारी निर्वहन नहीं कर रहे हैं, उनसे समीक्षा बैठक कर जल्द ही आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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