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प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्ययन दिवस बढ़ाने के लिए गठित कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी

                                     स्कूलों में अध्ययन दिवस बढ़ाने का मसौदा बनाने में जुटीं कमेटियां

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्ययन दिवस बढ़ाने के लिए गठित कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी हैं। इसी माह के अंत तक निदेशालय आगामी कार्यवाही के लिए सचिव को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगा। मुख्यमंत्री ने स्कूलों में 30 से 35 अध्ययन दिवस बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में शिक्षा निदेशालय ने खेल कैलेंडर और अन्य गतिविधियों के दिवसों में कटौती करने की तैयारी की है।

प्रदेश सरकार ने एक शैक्षणिक सत्र के दौरान 220 अध्ययन दिवस करने का फैसला लिया है। अभी एक साल में करीब 185 दिन तक स्कूलों में पढ़ाई करवाई जाती है।शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बीते दिनों विभाग की समीक्षा बैठक में अध्ययन दिवस बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों में 52 दिन की छुट्टियां होती हैं। शीतकालीन स्कूलों में सर्दियों की अधिक छुट्टियां होती हैं, जबकि ग्रीष्मकालीन स्कूलों में बरसात के दौरान अधिक छुट्टियां होती हैं। इसके अलावा त्योहारों सहित सर्दियों और बरसात में कुछ और छुट्टियां होती हैं। इन छुट्टियों में कटौती तब की जाएगी कि अगर खेल और अन्य गतिविधियों की छुट्टियों को कम करने के बाद भी पर्याप्त अध्ययन दिवस नहीं बढ़े।

शिक्षा विभाग का पहला प्रस्ताव है कि खेल कैलेंडर को दोबारा से तैयार किया जाए। इसके अलावा स्वच्छता, पर्यावरण सहित अन्य पखवाड़ों के दिनों को अध्ययन दिवस में बदला जाए। अगर इनमें संशोधन करने से अध्ययन दिवस नहीं बढ़े तो दूसरे प्रस्ताव में छुट्टियों को कम करने की सिफारिश की जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस संदर्भ में जल्द ही प्रस्ताव तैयार कर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को भेजा जाएगा। शिक्षा मंत्री से मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव को कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा।

शिक्षा विभाग ने बीते दिनों क्लस्टर और एक्सीलेंस स्कूलों को लेकर जारी किए निर्देशों पर किए गए कार्यों की उपनिदेशकों से रिपोर्ट तलब की है। उच्च शिक्षा निदेशक डाॅ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से जारी पत्र में तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। शिक्षा निदेशक ने कहा कि जिलों से रिपोर्ट मिलने के बाद विस्तृत प्रस्ताव बनाकर शिक्षा सचिव को भेजा जाएगा। क्लस्टर और एक्सीलेंस स्कूल बनाने के लिए जिला अधिकारियों को प्रारंभिक रिपोर्ट बनाने को कहा गया था। उधर, नवीं से बारहवीं कक्षा में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के पहले 15 दिनों के दौरान की जाने वाली गतिविधियों को लेकर भी बनाई गई रिपोर्ट देने को कहा गया है।


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