Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

कुल्लू और लाहौल में 40 बस रूट प्रभावित

                              बस स्टॉप और अड्डों पर सवारियों को बसों का लंबा इंतजार करना पड़ा

कुल्लू,ब्यूरो रिपोर्ट 

जिला कुल्लू और लाहौल-स्पीति के 40 रूटों पर बसों की कमी के कारण सोमवार को यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दोनों जिलों से एचआरटीसी की 55 बसें प्रदेश में सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर धर्मशाला में हुए कार्यक्रम के लिए बुक की गईं थी। यह सभी बसें रविवार को जिला कुल्लू और लाहौल-स्पीति से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लेकर धर्मशाला रवाना हुईं थी। 

इस कारण रविवार को विभिन्न रूटों पर बसों की टोटा रहा।कुल्लू जिला के मनाली, बंजार और कुल्लू डिपो से 45 बसों के धर्मशाला जाने से कुल्लू में 10, बंजार में 14, मनाली में छह बस रूट प्रभावित हुए। वहीं, लाहौल में 10 रूट प्रभावित हुए हैं। 10 दिसंबर को रवाना हुईं ये बसें सोमवार देर रात को गंतव्य तक पहुंचेगी। मंगलवार से ग्रामीणों को पहले की तरह सुविधा मिलेगी। दो जिलों के 40 रूटों पर रविवार शाम को बसें नहीं जा सकी थीं, वहीं सोमवार को दिन के रूट भी बंद रहे। कुल्लू से जठानी, कुल्लू-भुंतर-पीणी, कुल्लू-भुंतर-छमाहण, भुंतर-जरी-मलाणा, कुल्लू-बढ़ेई-पीज, कुल्लू-कमांद-बाराहार, लाहौल के योचे से रिवालसर रूटों पर यात्रियों को परेशान होना पड़ा।

जिला कुल्लू और जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में सोमवार को सुबह से लेकर शाम तक बसों की कमी खलती रही है। बस स्टॉप और अड्डों पर सवारियों को बसों का लंबा इंतजार करना पड़ा। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सवारियों को बसें न मिलने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। पूरा दिन लोगों को परेशानियों से बेहाल होना पड़ा है। हालांकि निगम के अधिकारियों ने दावा किया है कि बसों का संचालन हर रूट पर किया गया है, लेकिन स्थिति कुछ ओर बयां करती रहीं।उधर, निगम के मंडलीय प्रबंधक डीके नारंग ने कहा कि सवारियों की सुविधा के लिए हर एक रूट पर बसों को समायोजित कर भेजा गया है।

कुल्लू और लाहौल में बसों के 40 रूट प्रभावित रहने से सबसे अधिक परेशानी स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों, नौकरी पेशा लोगों और मरीजों को झेलनी पड़ी। दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को कामकाजी दिवस रहा, लेकिन समय पर बसें न मिलने के कारण लोगों को दिक्कतों का ही सामना करना पड़ा है। पहले बस के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा और उसके बाद सीट न मिलने के कारण खड़े-खड़े ही सफर करना पड़ा और कई क्षेत्रों में लोगों को पैदल ही अपने गंतव्य तक निकलना पड़ा।यात्री शिवराम, सुनील, अशोक, राजेश, सूरत राम, अर्जुन, रामलाल ने कहा कि बसें न होने की कोई पूर्व सूचना निगम और सरकार की ओर नहीं की गई थी। इसके कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। अगर सरकार जश्न मना रही है, इससे जनता को परेशानी न हो इस बात का भी खास ध्यान रखा जाना चाहिए था।



Post a Comment

0 Comments

मुख्यमंत्री योगी का नारा कटेगें तो बटेगें काफी हद तक क्लिक किया :प्रवीन कुमार पूर्व विधायक