जिला सिरमौर के नाहन पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
सिरमौर,ब्यूरो रिपोर्ट
नगर परिषद नाहन में कोरोना काल के दौरान 2021 में हुए डीजल घोटाले मामले की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इससे पहले ही तत्कालीन अधिकारी और कर्मियों ने अदालत में अग्रिम जमानत के लिए अप्लाई कर दिया है। पुलिस अब इस मामले से जुड़ा रिकार्ड कब्जे में लेगी और जांच करेगी कि वाहन कंडम थे या नहीं। कितने वाहनों में कब-कब तेल डलवाया गया। वाहन कहां-कहां हैं। इस मामले में किन-किन लोगों की मिलीभगत थी। इन सभी सवालों का जवाब पुलिस जांच के बाद सामने आएगा।
शिकायतकार्ता सुधीर रमौल का आरोप है कि नगर परिषद के अधिकारियों की मिलीभगत से कंडम वाहनों में डीजल खर्च के छह से सात लाख रुपये के फर्जी बिल बनाए गए। इन वाहनों को चालू हालत में दिखाया गया था। उधर, डीएसपी मुख्यालय मीनाक्षी शाह ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद ही तथ्य सामने आएंगे। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है।
जानकारी के मुताबिक 2021 में यह मामला उस समय उजागर हुआ था, जब कोरोना काल चल रहा था। इस मामले की शहरी विकास विभाग भी एक साल पहले जांच कर चुका है। विभाग ने कार्रवाई करते हुए नगर परिषद में तैनात कनिष्ठ अभियंता और एक चालक को बर्खास्त किया है। जबकि, चार अधिकारियों और कर्मचारियों की चार्जशीट तैयार की।शहरी विकास विभाग की जांच से असंतुष्ट नाहन के समाजसेवी सुधीर रमौल ने मामले की लिखित शिकायत बीते साल सितंबर माह में पुलिस से की थी लेकिन डीजल घोटाले से जुड़े तत्कालीन अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। लिहाजा, उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। सीजेएम नाहन की अदालत ने इस मामले से जुड़े तत्कालीन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए सदर पुलिस थाना नाहन को आदेश दिए। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।
0 Comments