पीपीवी और एफआरए के साथ किसानों की किस्मों के पंजीकरण के लिए उत्पादन और सुरक्षा पहलुओं और प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से बताया
पालमपुर,रिपोर्ट प्रवीण शर्मा
चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के सांगला (किन्नौर) में स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में क्षमतावान फसलों पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान नेटवर्क कार्यक्रम' के तहत, विभिन्न गांवों के किसानों के लिए चार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए। इन शिविरों में डाक्टर गोपाल कतना और शैलजा शर्मा ओगला -फाफरा और चोलाई जैसी क्षमतावान फसलों के महत्व पर किसानों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने पीपीवी और एफआरए के साथ किसानों की किस्मों के पंजीकरण के लिए उत्पादन और सुरक्षा पहलुओं और प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से बताया।पौंडा के पंचायत प्रधान अमिताभ, चांसू के बीरबल सिंह नेगी, बटसेरी के चंद्र नेगी और रिस्पा पंचायत के राजेंद्र नेगी ने प्रशिक्षण के लिए विश्वविद्यालय को धन्यवाद दिया।
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