Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

गेहूं की बिजाई के इस सीजन में कांगड़ा जिले के किसानों को इस बार बीज की कोई कमी नहीं आएगी

                                              कृषि विभाग का दावा, नहीं होगी गेहूं के बीज की कमी

काँगड़ा,रिपोर्ट नेहा धीमान 

गेहूं की बिजाई के इस सीजन में कांगड़ा जिले के किसानों को इस बार बीज की कोई कमी नहीं आएगी। कृषि विभाग की ओर से जिले में किसानों के लिए करीब 25,493 क्विंटल गेहूं बीज की व्यवस्था की गई है। गेहूं के बीज की बिक्री डिपुओं या सहकारी सभाओं से शुरू हो चुकी है। सरकार गेहूं के बीज पर इस बार प्रति किलो पर 15 रुपये का अनुदान दे रही है।

जिला कांगड़ा की बात करें तो सिंचाई वाले क्षेत्रों में अभी गेहूं की बिजाई शुरू होने वाली है। इसकी तैयारी में किसान जुट गए हैं। हालांकि, गेहूं की बिजाई के लिए 15 नवंबर के बाद मौसम काफी अनुकूल माना जाता है, लेकिन किसान नौ-दस नवंबर से बिजाई शुरू कर देते हैं। कृषि विभाग ने किसानों के लिए कई किस्मों का बीज उपलब्ध करवाया है। किसानोंं को मिलने वाला कई उन्नत किस्मों का बीज कृषि विवि पालमपुर की ओर से प्रमाणित किया होता है। इसमें काफी पैदावार और बीमारियों 100 रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है। हालांकि, इसका पता फसल तैयार होने और किसानों की मेहनत के बाद ही चलता है।

विभाग ने 15 दिसंबर के बाद देरी से बीजने वाली गेहूं की किस्में भी उपलब्ध करवा दी हैें। जिला कांगड़ा में चंगर इलाके में हो वाली गेहूं की फसल बारिश पर निर्भर करती है। बारिश जल्द हो गई तो यह इन इलाकों में जल्द बिजाई शुरु हो जाती है। अन्यथा, कभी कभार बारिश न होने से काफी देरी से भी बिजाई होती है। इसके लिए 15 दिसंबर के बाद होने वाली बिजाई के लिए भी विभाग ने किस्में तैयार की है।कृषि विभाग के जिला उपनिदेशक डाॅ. राहुल कटोच ने कहा कि किसानों को गेहूं के बीज की कोई कमी न आए इसके लिए विभाग ने 25,493 क्विंटल से अधिक बीज अलग-अलग किस्मों का उपलब्ध करवाया है। इसकी बिक्री शुरू हो गई है। इसमें देरी से बीजी जाने वाली गेहूं की कई किस्में भी शामिल है।





Post a Comment

0 Comments

45 फीसदी से कम अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को भी मिलेगा डीएलएड करने का मौका