Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

पंजाब का मटर मंडियों में पहुंचने से हिमाचल के मटर के दाम 50 फीसदी गिर गए हैं

                                    पंजाब से आई खेप, हिमाचली मटर के दाम धड़ाम, गृहिणियां खुश

मंडी,ब्यूरो रिपोर्ट 

पंजाब का मटर मंडियों में पहुंचने से हिमाचल के मटर के दाम 50 फीसदी गिर गए हैं। दीपावली तक हिमाचली मटर के मुंह मांगे दाम मिलने के बाद अब दाम घटने से किसानों में मायूसी है। इन दिनों हिमाचल का मटर 100 रुपये प्रति किलो के बजाय 40 से 50 रुपये बिकने लगा है। पंजाब की मंडियों में भी हिमाचली मटर के रेट 50 से 55 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं।

मंडी जिला में हर साल बेमौसमी मटर का कारोबार 20 से 25 करोड़ रुपये का होता है। किसानों जीत कुमार, हेमराज, देवी राम, दिनेश कुमार, वेद प्रकाश, नन्द लाल, दौलत राम, डोलेराम, प्रेम सिंह, दिवान चंद, नारायण दास और गीता नंद ने बताया कि उन्हें 100 रुपये के बजाय अब मटर के 40 से 50 रुपये प्रति किलो भाव से दाम मिल रहे हैं। जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।नाचन फल सब्जी उत्पादक संघ के उपाध्यक्ष प्रेम ठाकुर ने मंडियों में उपरोक्त दाम मिलने की पुष्टि की है। चैलचौक सब्जी मंडी के आढ़ती हंसराज ठाकुर और मनोज ठाकुर ने बताया कि पंजाब के मटर ने हिमाचली मटर के कारोबार को भारी नुकसान पहुंचाया है। मंडी मार्केट कमेटी बोर्ड के सचिव विवेक चंदेल ने बताया कि मंडी जिला की सब्जी मंडियों में हर साल बेमौसमी मटर 25 सौ क्विंटल आता है। उन्होंने कहा कि अधिकतर किसान व्यापारियों के माध्यम से सीधा पड़ोसी राज्यों की मंडियों में भेज देते हैं।मंडी जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों का मटर खाने में मीठा होता है। जबकि गुणवत्ता में भी अन्य के मुकाबले बेहतर माना जाता है। इस मटर की मंडियों में भारी मांग रहती है। मंडी जिले से मटर पड़ोसी राज्यों की मंडियों के अलावा बंगलुरू भी सीधा निर्यात होता है।




Post a Comment

0 Comments

45 फीसदी से कम अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को भी मिलेगा डीएलएड करने का मौका