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सीजीएचएस डिस्पेंसरी न खुलने पर संगठन के पदाधिकरियों ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार से मुलाकात की है

                                           कांगड़ा में अब तक नहीं खुली सीजीएचएस डिस्पेंसरी

काँगड़ा,रिपोर्ट नेहा धीमान 

पैरामिलिट्री के सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए अब तक जिले में सीजीएचएस डिस्पेंसरी न खुलने पर संगठन के पदाधिकरियों ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार से मुलाकात की है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से कई साल पहले दिए गए आश्वासन के बावजूद प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में सीजीएचएस डिस्पेंसरी नहीं खोली गई। इससे पैरामिलिट्री के पूर्व कर्मचारियों में रोष है। शांता कुमार से मिले पूर्व पैरामिलिट्री संगठन के पदाधिकारियों विनोद कुमार थापा (एक्स डीआईजी), पलम जंग प्रधान (एक्स एओएजी ओडिट), राजेश थापा एक्स डिप्टी कमांडेंट, पैरामिलिट्री संगठन के सचिव मनवीर चंद कटोच, कांगड़ा संगठन के अध्यक्ष एमएल ठाकुर, पालमपुर के अध्यक्ष सीएस खारवाल ने शांता कुमार से मिलकर उन्हें बताया कि प्रदेश के सबसे बड़े जिले में 20 हजार से भी ज्यादा पैरामिलिट्री के लाभार्थी हैं। 

इसके बावजूद यहां सीजीएचएस डिस्पेंसरी नहीं खुल पाई है, जबकि हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर गवर्नमेंट आफ इंडिया न्यू दिल्ली से हुए लंबे समय से पत्राचार के मुताबिक उनके बताए गए सभी दस्तावेज भी भेजे जा चुके है। डायरेक्टर सीजीएचएस चंडीगढ़ ने भी अपने पत्र में कांगड़ा में सीजीएचएस डिस्पेंसरी जल्द खोलने की जरूरत की सिफारिश भी कर चुका है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, सांसद किशन कपूर, इंदु गोस्वामी के पास भी संगठन के पदाधिकारी अपनी बात रख चुके हैं लेकिन अभी तक कांगड़ा में सीजीएचएस नहीं खुला है।कहा कि कांगड़ा में कई जगह सरकारी इमारतें खाली पड़ी हैं जो सीजीएचएस (केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना) डिस्पेंसरी खोलने के लिए इस्तेमाल की जा सकती हैं। सरकार से अनुरोध है कि जब तक सीजीएचएस डिस्पेंसरी नहीं खुलती हैं तो प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए कम से कम प्रदेश में सीजीएचएस रेफरल हेल्थ सब स्टेशन खोले जाएं। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि शांता कुमार ने आश्वासन दिया कि इस विषय पर जल्द संबंधित मंत्रालय से बात कर पत्राचार किया जाएगा।





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