सुक्खू ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में गांधी जी की अहिंसा के प्रति गहरी निष्ठा पर प्रकाश डाला
शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला के रिज पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने महात्मा गांधी की सत्य, अहिंसा और कर्तव्यनिष्ठा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला जो उनके जीवन के सिद्धांतों की आधारशिला बने। राज्यपाल ने उनकी सत्यनिष्ठा, सादगी और भारतीय परंपराओं के साथ गहरे जुड़ाव की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के स्वदेशी, स्वराज, आत्मनिर्भरता और स्वच्छता के सिद्धांत हम सभी को प्रेरित करते हैं।मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में गांधी जी की अहिंसा के प्रति गहरी निष्ठा पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार गांधी जी के नेतृत्व और अहिंसा के प्रति समर्पण ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश को वर्षों की गुलामी से मुक्त किया। उन्होंने सभी लोगों को गांधी के आदर्शों से प्रेरणा लेने और उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में अपने जीवन में शामिल करने का आह्वान किया।राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
इसके उपरांत राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सीटीओ चौक में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।राज्यपाल ने कहा कि शास्त्री जी ने ‘जय जवान जय किसान’ का नारा देकर देश को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी अखण्डता, मानवता और सादगी के पक्षधर थे जिस कारण वे सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश में अनाज की कमी थी तब शास्त्री जी ने लोगों को आत्मनिर्भरता के प्रति प्रेरित करने के लिए जय जवान जय किसान का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी सादगी का उत्कृष्ट उदाहरण थे जिन्होंने देश को कर्तव्यनिष्ठा का संदेश दिया।इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा देश भक्ति गीत और भजन प्रस्तुत किए गए।
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