अफगानिस्तान और बांग्लादेश का मैच देखने आए दर्शकों को स्टेडियम में पानी मुफ्त नहीं मिला
धर्मशाला,रिपोर्ट नेहा धीमान
अफगानिस्तान और बांग्लादेश का मैच देखने आए दर्शकों को स्टेडियम में पानी मुफ्त नहीं मिला। आईसीसी के निर्देश थे कि मैच के दौरान हर दर्शक को तीन लीटर पानी मुफ्त मिले, लेकिन यहां ये निर्देश हवाई साबित हुए। ऐसे में कड़ी धूप में दर्शकों को अपनी प्यास बुझाने के लिए स्टेडियम में एक गिलास पानी 25 रुपये में खरीदना पड़ा। इस तरह से दर्शक आईसीसी के प्रति नाराज दिखे।
दर्शकों का कहना था कि आईसीसी के निर्देश के अनुरूप वे अपने साथ बाहर से पानी नहीं लाए थे। उधर, एचपीसीए के सचिव अवनीश परमार ने बताया कि स्टेडियम में पानी मुफ्त में देने की व्यवस्था की गई थी। अगर किसी को 25 रुपये में पानी का गिलास बेचा गया है तो इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।धर्मशाला में विश्वकप के पहले ही मैच में रोमांच कम नजर आया। न सड़कों पर जाम नजर आया और न ही स्टेडियम के अंदर भीड़। अगर मैच के लिए जिला मुख्यालय के साथ लगते कुछ निजी और सरकारी स्कूलों के बच्चों को न बुलाया गया होता तो स्टेडियम के स्टैंड पूरी तरह से खाली नजर आते। स्टेडियम में तीन से अधिक स्टैंडों में स्कूली बच्चों को बिठाया गया था। अन्य स्टैंडों में बहुत कम दर्शक थे। बांग्लादेश को 100 के करीब प्रशंसक मिल गए, लेकिन अफगानिस्तान की टीम को प्रशंसकों की कमी खूब खली। 20 हजार से अधिक दर्शकों की क्षमता रखने वाले स्टेडियम में बांग्लादेश-अफगानिस्तान टीम के बीच खेले मैच में 20 से 25 फीसदी दर्शक ही पहुंचे। वहीं, स्कूली बच्चों की संख्या से स्टेडियम में ऑक्यूपेंसी 40 से 50 फीसदी पहुंची। कुछ स्टैंडों पर तो इक्का-दुक्का दर्शक नजर आए। स्टेडियम का पैवेलियन स्टैंड लगभग खाली ही नजर आया।
स्टेडियम में मैच के दौरान पुलिस ने दर्शकों को किसी भी स्टैंड में आगे वाली कुर्सियों पर बैठने नहीं दिया। पुलिस ने दर्शकों को आगे से पीछे बैठने को कहा। ऐसे में कई दर्शकों में रोष देखने को मिला। दर्शकों का कहना था कि वे खिलाड़ियों को आगे वाली कुर्सियों पर बैठकर नजदीक से देखना चाहते थे, मगर पुलिस ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।विश्वकप के मैच शुरू होने से पहले सुखिर्यों में आई धर्मशाला स्टेडियम की खराब आउटफील्ड कमेंटेटरों की नजरों से भी नहीं बच पाई। लाइव कमेंटरी के दौरान उन्होंने यहां तक कह डाला कि धर्मशाला स्टेडियम में उन्होंने इतनी खराब आउटफील्ड पहली बार देखी है। खराब आउटफील्ड में स्लाइड करते समय खिलाड़ियों के पांव और घुटने रेत में धंस रहे हैं, जोकि उनके लिए अगले मैचों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
मैच के दौरान कई ऐसे मौके देखने को मिले जहां पर खिलाड़ियों को मैदान के बीच लड़खड़ाते हुए देखा गया। 29.3 ओवर में बाउंडरी की तरफ आ रही गेंद को रोकने के लिए अफगानिस्तान टीम के खिलाड़ी मुजीब-उर-रहमान ने स्लाइड लगाने की कोशिश की तो उनका पांव और घुटना रेत में धंस गया। मैदान से उड़ती रेत और घास भी साफ देखी गई। कमेंटेटरों ने कहा कि खराब आउटफील्ड खिलाड़ियों के लिए खतरा बन सकती है।34.3 ओवर में अजमत ने बाउंडरी की तरफ जा रही गेंद को रोक दिया, लेकिन वह थोड़ा आगे निकल गए। इस बीच जब वह गेंद को पकड़ने के लिए वापस मुड़े तो उनका पांव ही आउटफील्ड की रेत में फंस गया, ऐसे में वह बाउंडरी को नहीं बचा पाए। कई ऐसे मौके थे, जब खिलाड़ियों को आउटफील्ड में फील्डिंग के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
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