सबसे पहले स्कूल के अध्यापक जी ने उपस्थित टीम का बच्चों से परिचय करवाया , व टीम का स्वागत किया
सुलह,रिपोर्ट संसार शर्मा
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नौरा में किशोर स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। सबसे पहले स्कूल के अध्यापक जी ने उपस्थित टीम का बच्चों से परिचय करवाया , व टीम का स्वागत किया। उपस्थित एक सौ च्वालिस बच्चों को पीएचसी नौरा की प्रभारी डॉक्टर मोनिका जी ने एवम खंड भवारना से स्वास्थ्य शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने किशोर स्वास्थ्य दिवस के बारे में विस्तार से समझाया ।स्वास्थ्य शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने कहा कि बच्चों संयमित जीवन शैली अपना कर पढ़ाई के लिए ज्यादा वक्त निकालें ,मोबाइल का प्रयोग सिर्फ पढ़ाई के लिए करें घर में अपने माता-पिता का सहयोग करें, उनकी आज्ञा का पालन करें। नशे से दूर रहें ।दो टाइम ब्रश करें सुबह नाश्ता करने के बाद रात को सोने से पहले यह अपने रूटीन में शामिल करें ,और यह संदेश अपने घरों में भी ले जाएं और उन्हें समझाएं।अपना काम स्वयं करें ,रोज नाश्ता करके आए ,कुछ एक बच्चे नाश्ता करके नहीं आए थे उनको समझाया गया की नाश्ता करना कितना जरूरी है इससे आपकी शरीर की क्षमता प्रभावित होती है नाश्ता अच्छे से करें लंच उससे कम और डिनर उससे भी काम इसके साथ-साथ लोकल लेवल पर उपलब्ध फल सब्जियों का सेवन करें।
आपके शरीर में खून की कमी ना हो इसके लिए लोकल लेवल पर उपलब्ध फल सब्जियों का सेवन करें ,लोहे की कढ़ाई में सब्जी बनाएं खाना खाने से पहले एवं शौचालय जाने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं। इसके अलावा भी जब भी आप घर में अन्य साफ सफाई के काम करते हैं तब भी हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें। स्कूल में मिलने वाले ब्लू आयरन की गोली का सेवन जरूर करें अगर 10 से 19 साल के बीच में भी किसी को (मासिक धर्म) माहवारी नहीं आती है तो डॉक्टर की सलाह ले या किसी को इन दिनों में ज्यादा पेट दर्द या ज्यादा ब्लीडिंग होती है तब भी अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में सलाह लें ,लड़कों से भी अपील की गई कि वह भी अपने गृह कार्य में पूरा सहयोग दें वह कभी इन दिनों में उनकी मां या बहन को पेट दर्द होती है तो गर्म पानी की बोतल दे सकते हैं, और आराम करने के लिए कह सकते हैं इसके बाद प्रभारी पीएचसी नौरा
डॉक्टर मोनिका जी ने अपने विचार रखें उन्होंने बच्चों को बताया की बच्चों किशोर स्वास्थ्य दिन महीने में एक बार मनाया जाता है और इसी कड़ी में GSSS नौरा स्कूल में इस महीने यह प्रोग्राम किया जा रहा है बच्चे स्वस्थ होंगे तभी तो अच्छे पढ़ पाएंगे इसलिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखें रोज व्यायाम करें टाइम से सोए ,टाइम से जागें नशे से दूर रहे अपना काम समय पर करें, मोबाइल का प्रयोग कम करें ,सोने से पहले मोबाइल स्विच ऑफ करके दूर रखें ,भरपूर नींद ले। किशोरावस्था में शरीर में बदलाव आना स्वाभिक है यह सब के साथ इस उम्र में होता है जब हम आपकी उम्र में थे तो हमारे शरीर में भी यह बदलाव आए थे। बच्चों से बच्चों से प्रश्नोत्तरी की गई सही जवाब देने वाले बच्चों को बॉल पेन दिए गए इसके अलावा उपस्थित सभी बच्चों को बॉल पेन दिए गए स्कूल की अध्यापिका जी ने उपस्थित टीम का धन्यवाद किय।इसके बाद अटल बिहारी वाजपेई डिग्री कॉलेज नौरा में ट्रैफिक रूल को लेकर प्रोग्राम अटेंड किया गया। इसके साथ हमारा वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे का प्रोग्राम भी साथ-साथ चला।
इस प्रोग्राम में उपस्थित 125 बच्चों को स्वास्थ्य शिक्षिका ने अपने अंदाज में समझाया आप मेहनत करेंगे तो जिन कुर्सियों पर आपके प्रोफेसर या हमारे डॉक्टर बैठे हैं उन कुर्सियों पर कल को आप बैठेंगे लेकिन इसमें आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और अपना पूरा ध्यान पढ़ाई में लगाना होगा। मोबाइल का प्रयोग सिर्फ पढ़ाई के लिए करे ,एयरफोन का प्रयोग कम करें, कम से कम 6 घंटे और ज्यादा से ज्यादा 8 घंटे की नींद ले। ताकि आपका शरीर अगले दिन के लिए तरो ताजा हो। देखा देखी में अपने पेरेंट्स के ऊपर बाइक लेने के लिए प्रेशर ना बनाएं आप मेहनत करें फिर अपनी मेहनत से जो चीज आप खुद खरीदेंगे उससे आपको ज्यादा खुशी मिलेगी। अगर किसी के पास बाइक है तो वह हमेशा हेलमेट का प्रयोग करें , बाइक में किसी को बिठाएं तो भी उसे हेलमेट लगाकर ही बिठायें , फिजिकल रिलेशन से परहेज करें,और लिमिट स्पीड पर चलें ओवरटेक करती बारी हमेशा ध्यान रखें सही जगह का चुनाव करके फिर ओवरटेक करें, बिना लाइसेंस के कभी भी ड्राइविंग ना करें फर्स्ट एड बॉक्स हमेशा साथ रखें, घरों में भी एक फर्स्ट एड बॉक्स रखना चाहिए ताकि किसी भी
दुर्घटना में फर्स्ट एड जल्दी मिल सके। हमेशा मानसिक शांति बनाए रखें, रोज भगवान को याद करें मेडिटेशन करें , सूरज को जल चढ़ाये।इसके बाद पीएचसी प्रभारी डॉक्टर मोनिका जी ने अपने विचार रखें उन्होंने बच्चों को समझाया कि यह शरीर बड़ी मुश्किल से हमें मिला है हमारे मां-बाप ने हमारे पालन पोषण में बहुत कड़ी मेहनत की है और हमें यहां पढ़ने के लिए भेजा है तो हमें भी खूब मेहनत करनी चाहिए और अपनी मंजिल हासिल करनी चाहिए। रोड सेफ्टी ट्रिपल ई पर आधारित है फर्स्ट ई का मतलब है इंजीनियरिंग सेकंड ई का मतलब है एजुकेशन थर्ड ई का मतलब है एनफोर्समेंट, हमारे रोड अच्छे बने होने चाहिए व्हीकल की प्रॉपर पार्किंग होनी चाहिए और व्हीकल के बारे में हमें अच्छा नॉलेज होना चाहिए । इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस के रूल भी हमें फॉलो करने हैं गलती करने वाले को जुर्माना भी ठीक होना चाहिए।कॉलेज प्रिंसिपल अपने स्टाफ के साथ प्रोग्राम में उपस्थित रहे ब बच्चों को प्रिंसिपल सर ने रोड सेफ्टी रोल अपने अंदाज में भी बताएं। प्रोफेसर मैडम ने स्वास्थ्य टीम का धन्यवाद किया उपस्थित सभी बच्चों को बॉल पेन दिए गए दिए। स्थानीय दो आशा प्रोग्राम में शामिल रही और पूरा सहयोग दिया।
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