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जिला ऊना के मुश्ताक के घर में ड्रैगन फ्रूट से आई बहार

    मुश्ताक गेहूं, मक्की, धान की परंपरागत खेती के बजाय ड्रैगन फ्रूट उगाकर लाखों रुपये कमा रहे हैं

ऊना,रिपोर्ट अविनाश चौहान 

वर्तमान दौर में अधिकतर युवा आरामदायक जिंदगी जीने के लिए सरकारी नौकरी या बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी पाने के प्रयास में रहते हैं। मगर जिला ऊना के आदर्श नगर अंब के रहने वाले मुश्ताक गुज्जर ने खेतीबाड़ी को ही अपने व्यवसाय के रूप में चुना और लगातार तरक्की कर रहे हैं। मुश्ताक गेहूं, मक्की, धान की परंपरागत खेती के बजाय ड्रैगन फ्रूट उगाकर लाखों रुपये कमा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार वर्तमान में मुश्ताक कुल 5,000 ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए हैं। अभी तक उन्होंने 1,300 पौधों से लगभग दो टन तक ड्रैगन फ्रूट की पैदावार निकाली है। इसे मुश्ताक 250 से 300 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बाजार में बेचा, इससे उन्हें काफी लाभ मिला है। मुश्ताक बताते हैं कि ड्रैगन फल की बाजार में बहुत मांग है और 300 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है।मुश्ताक बताते हैं कि उन्होंने वर्ष 2019 में लगभग 500 पौधों से शुरुआत की थी। वर्तमान में हाइब्रिड और पारंपरिक ड्रैगन फ्रूट के लगभग 5,000 पौधे तैयार कर चुके हैं। इसमें अमेरिकन ब्यूटी, रेड सिमन, रेड रॉयल और वियतनामी किस्म शामिल हैं। मुश्ताक ने 3.5 एकड भूमि पर ड्रैगन फ्रूट की नर्सरी भी तैयार की है। स्थानीय बाजार के अलावा बिलासपुर और हमीरपुर सहित चंडीगढ़ व जालंधर में भी फल को बेचते हैं। वर्तमान में उन्होंने तीन व्यक्तियों को स्थायी रोजगार भी दे रखा है।मुश्ताक गुज्जर को ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत ड्रिप सिंचाई के लिए 80 प्रतिशत अनुदान पमिला है।

 इसके अतिरिक्त बागवानी एवं उद्यान विभाग के अधिकारी समय-समय पर मुश्ताक की तकनीकी सहायता भी करते हैं। मुश्ताक ने कहा कि जिला उपायुक्त राघव शर्मा ने भी ड्रैगन फ्रूट की फसल को सफल बनाने के लिए भरसक प्रयास किए हैं, इसके लिए वह आभारी रहेंगे।ड्रैगन फ्रूट में मानव शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे एंटीऑक्सीडेंट, एंटी एजिंग, पोटाश व कैल्शियम भरपूर मात्रा में होते हैं। दिल के मरीजों के लिए ड्रैगन फ्रूट को वरदान माना जाता है। खाने में यह फल स्ट्रॉबेरी और लीची जैसे मीठा स्वाद देता है।जिला बागवानी विभाग के उप निदेशक संतोष बख्शी ने कहा कि ऊना का वातावरण ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए बेहद अनुकूल है। किसानों और बागवानों को भी ड्रैगन फ्रूट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए लाखों रुपये की परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। उम्मीद है कि ड्रैगन फ्रूट ऊना के किसानों-बागवानों की आर्थिकी मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगा।





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