उपमंडल स्तर पर भी रेडक्रॉस की शाखाएं की जा रही गठित
धर्मशाला,रिपोर्ट नेहा धीमान
उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा जिला कांगड़ा में जनसेवा और लोकहित के अनेक कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। कांगड़ा जिला में रेडक्रॉस सोसाइटी को सुदृढ़ किया जाएगा ताकि रेडक्रॉस सोसाइटी के सेवा प्रकल्प जरूरतमंदों तक पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि जिले में रेडक्रॉस सोसाइटी के कार्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अब उपमंडल स्तर पर भी रेडक्रॉस सोसाइटी का निर्माण किया जा रहा है। शुक्रवार को जिला रेडक्रॉस सोसायटी के नवीनीकृत भवन का उद्घाटन करने के उपरांत जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी जिले में एकीकृत चिकित्सा शिविर, दिव्यांग जनों के लिए सहायक उपकरण वितरण, क्लॉथ बैंक सरीखे कई महत्वपूर्ण प्रकल्पों की अगुआई लगातार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा किए जा रहे कार्यों का संचालन ठीक से हो, इसके लिए पुराने भवन के जीर्णोद्धार की सख्त जरूरत महसूस हो रही थी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने इसके लिए लगभग 16 लाख 50 हजार रूपये व्यय किए और आज यह भवन नए स्वरूप में दोबारा लोकार्पित किया गया। इस दौरान जिला रेडक्रॉस सोसायटी की सदस्य शशी शर्मा ने ग्यारह हजार रूपये तथा अर्चना हकीम ने पांच हजार रूपये का चेक जिला रेडक्रॉस सोसायटी को उपायुक्त के माध्यम से भेंट किया।जिला रेडक्रॉस भवन के उद्घाटन के बाद उपायुक्त ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से दिव्यांगजनों को आवश्यक उपकरण भी वितरित किए। उन्होंने इस वर्ष 26 जनवरी के लक्की ड्रॉ के विजेताओं को भी सामान भेंट किया। उन्होंने तहसील हरिपुर के गांव बंगोली के शुभम चौधरी को प्रथम पुरस्कार के रूप में सकूटी और छठा पुरस्कार प्राप्त करने वाली तहसील कांगड़ा के गांव सनौरा की अनुपमा शर्मा को इंडक्शन चूल्हा भेंट किया।डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी और धौलाधार क्लीनर्स संस्था के साथ मिलकर धर्मशाला के प्रयास भवन में एक क्लॉथ बैंक स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इस क्लॉथ बैंक में कपड़ों के अलावा जूते, पुस्तकें और अन्य उपयोग की चीजों को भी एकत्रित किया जा रहा है। डीसी ने कहा कि हाल ही में भारी बारिश के कारण प्रभावित हुए व्यक्तियों को इस क्लॉथ बैंक के माध्यम से कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएं भेंट की गई।
उन्होंने कहा कि जिले के लोग इस वस्त्र भंडार में अधिक से अधिक वस्तुएं भेंट करें, जिससे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा सके।उन्होंने बताया कि टांडा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन मरीजों के तीमारदारों के ठहरने और खाने की व्यवस्था के लिए सराय भवन का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग 2 करोड़ 75 लाख की लागत से निर्मित इस नवनिर्मित सराय का संचालन भी जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टांडा अस्पताल सराय भवन में मरीजों और उनके तीमारदारों के ठहरने के लिए 56 बेड की सुविधा रहेगी। उन्होंने बताया कि सराय भवन में मरीजों और तीमारदारों के लिए न्यूनतम दामों में रहने और अच्छा भोजन उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएगें।
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