चंबा के साच दर्रा में बर्फबारी, अंधड़ से बिलासपुर जिले में मक्की की फसल तबाह
चम्बा,रिपोर्ट राकेश कुमार
हिमाचल प्रदेश के चंबा में साच दर्रा में मंगलवार को ताजा बर्फबारी हुई। अंधड़ से जिला बिलासपुर के कई इलाकों में मक्की की फसल तबाह हो गई। राजधानी शिमला सहित अधिकांश जिलों में मंगलवार को दिनभर धूप खिली।जिला चंबा में पवित्र मणिमहेश डल से लेकर गौरीकुंड तक 5.08 सेंटीमीटर और बैरागढ़-किलाड़ वाया साच दर्रे में 10.16, हुड़ान भुटोरी, काणों जोत, चैहणी जोत में 5.08 सेंटीमीटर तक ताजा हिमपात हुआ है। मंगलवार तड़के भरमौर-पठानकोट हाईवे तुन्नूहटटी और पंचपूला के पास भूस्खलन होने से कुछ देर के लिए बंद रहा। जिला बिलासपुर में सोमवार को अंधड़ से खेतों में लहलहा रही मक्की की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
तेज हवा से फसल खेतों में बिछ गई है। अंधड़ से ग्रामीण क्षेत्रों में मक्की व धान की फसल खराब हो गई है। सदर, झंडूता, घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में 150 किसान परिवारों को करीब 350 बीघा भूमि पर फसल को नुकसान हुआ है। अंधड़ से बिजली के तार टूटकर गिर गए। उधर, मनाली-लेह मार्ग पर अब मौसम बदलने लगा है। सितंबर का महीना आते ही ऊंची चोटियों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। मंगलवार को मनाली-लेह मार्ग के बीच आने वाले पर्यटन स्थल बारालाचा में ताजा बर्फबारी होने से वादियां सफेद हो गईं। हालांकि बर्फ कम मात्रा में थी, ऐसे में मनाली-लेह मार्ग पर पर्यटकों व अन्य वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से चली रही।उधर, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के कुछ भागों में 11 सितंबर तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। 5 और 6 सितंबर के लिए कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने व बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मंगलवार को ऊना में अधिकतम तापमान 36.8, बिलासपुर में 35.9, चंबा-सुंदरनगर में 33.6, भुंतर में 33.5, मंडी में 32.7, सोलन में 32.0, नाहन में 31.3, कांगड़ा में 31.1, धर्मशाला में 29.0, मनाली में 26.7 और शिमला में 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।इस मानसून सीजन में 24 जून से 5 सितंबर तक 408 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इनमें से 147 की सड़कों हादसों में मौत हो गई। कुल 378 घायल हुए हैं। राज्य में 2556 घर ढह हो गए हैं। 10865 को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अतिरिक्त 317 दुकानों व 5651 गोशालाओं को भी नुकसान हुआ है।
मानसून सीजन के दौरान 8675.11 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। अब तक राज्य में भूस्खलन की 164 और अचानक बाढ़ की 72 घटनाएं सामने आई हैं। शिमला में न्यूनतम तापमान 16.0, सुंदरनगर 16.8, भुंतर 17.1, कल्पा 10.6, धर्मशाला 16.2, ऊना 21.0, नाहन 23.1, केलांग 10.6, पालमपुर 16.0, सोलन 19.6, मनाली 15.3, कांगड़ा 18.4, मंडी 17.5, बिलासपुर 20.3, चंबा 19.2, डलहौजी 11.6, जुब्बड़हट्टी 18.2, कुफरी 13.0, कुकुमसेरी 9.4, नारकंडा 10.1, भरमौर 15.0, रिकांगपिओ 14.3, धौलाकुआं 22.0, बरठीं 19.7, समधो 15.2, पांवटा साहिब 22.0, सराहन 15.0 और देहरागोपीपुर में 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
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