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प्रदेश के राशन डिपुओं में अक्तूबर महीने के पहले सप्ताह से सरसों और रिफाइंड तेल की सप्लाई शुरू हो जाएगी

                           अक्तबूर के पहले सप्ताह से राशन डिपुओं में आएगा सरसों और रिफाइंड तेल

शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा 

प्रदेश  के राशन डिपुओं में अक्तूबर महीने के पहले सप्ताह से सरसों और रिफाइंड तेल की सप्लाई शुरू हो जाएगी। खाद्य आपूर्ति निगम ने तेल की सप्लाई के लिए कंपनियों से टेंडर आमंत्रित किए हैं। हिमाचल प्रदेश के राशन डिपुओं में अक्तूबर महीने के पहले सप्ताह से सरसों और रिफाइंड तेल की सप्लाई शुरू हो जाएगी। खाद्य आपूर्ति निगम ने तेल की सप्लाई के लिए कंपनियों से टेंडर आमंत्रित किए हैं। इसमें छह कंपनियों ने निगम कार्यालय में तेल के सैंपल जमा कराए हैं। इस महीने के अंत तक कंपनियों की टेक्निकल और फाइनांशियल बिड खोली जानी है। 

जिस कंपनी का रेट कम होगा, उसे टेंडर दिया जाएगा। अभी राशन डिपुओं में सरसों तेल 110 रुपये और रिफाइंड 117 रुपये लीटर मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश में साढ़े 19 लाख राशनकार्ड धारक हैं। सरकार की ओर से उपभोक्ताओं को चार में से तीन दालें (मलका, माश, दाल चना और मूंग), दो लीटर तेल (एक लीटर रिफाइंड और एक लीटर सरसों), चीनी और एक किलो नमक सब्सिडी पर दिया जा रहा है। आटा और चावल केंद्र सरकार उपलब्ध करा रही है।उधर, शिमला शहर के साथ लगते ग्रामीण इलाकों के डिपुओं से राशन लेने वाले हजारों लोगों को पूरा राशन नहीं मिल रहा है। इन डिपुओं में पिछले एक माह से भी अधिक समय से सरसों और रिफाइंड तेल की सप्लाई नहीं पहुंच रही है। इस वजह से लोग बार-बार डिपुओं के चक्कर काटने को मजबूर हैं। दूसरी ओर खाद्य आपूर्ति विभाग भी उपभोक्ताओं को पेश आ रही समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है।

 इससे हजारों लोगों में रोष पनपना शुरू हो गया है। ग्रामीण इलाकों के हर डिपो में सप्ताह के छह दिन लोग राशन लेने के लिए आते हैं।लोग ऑक्लैंड, चैप्सली समेत विभिन्न डिपुओं में आटा, चावल, चीनी, नमक ले रहे हैं, लेकिन जब सरसों या रिफाइंड तेल की बात की जाती है तो इन डिपुओं के संचालक न होने की बात कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि सप्लाई आर्डर न आने के कारण यह समस्या पेश आ रही है। बाजार से सरसों और रिफाइंड तेल खरीदने के कारण लोगों का बजट गड़बड़ाना शुरू हो गया है। महंगाई के इस दौर में लोगों को मजबूरन बाजारों से महंगी दरों पर सरसों और रिफाइंड तेल की खरीदारी करनी पड़ रही है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को सबसे अधिक परेशानी पेश आ रही है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि सरसों और रिफाइंड तेल की सप्लाई गोदामों में ही नहीं आई है।वहीं, राजधानी शिमला शहर के डिपुओं में काफी समय बाद चना दाल की सप्लाई आई है, लेकिन राशन डिपुओं में एपीएल और बीपीएल परिवारों को महंगाई के दौर में बड़ा झटका लगा है। सितंबर में राशन डिपुओं से चना दाल लेने के लिए बीपीएल परिवारों को 38 और एपीएल को 48 रुपये खर्च करने होंगे। इससे पहले बीपीएल को यह दाल 22 और एपीएल को 32 रुपये प्रतिकिलो मिल रही थी।





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