तहसील कार्यालय परिसर में पटवारी एवं फील्ड कानूनगो के साथ आयोजित बैठक के दौरान बोले एसडीएम
जोगिंदर नगर,रिपोर्ट जतिन लटावा
एसडीएम जोगिन्दर नगर कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि भारी बरसात के कारण आई प्राकृतिक आपदा एवं इससे प्रभावित लोगों को तुरन्त राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने की दृष्टि से फील्ड में तैनात पटवारी एवं कानूनगो नियमित तौर पर लोगों के साथ संपर्क बनाए रखें। उन्होने कहा कि ग्रामीण स्तर पर प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से मिलने वाली राहत सामग्री को तुरन्त पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में उपमंडल जोगिन्दर नगर के विभिन्न पटवार सर्कलों में तैनात राजस्व कर्मी (पटवारी) नियमित तौर पर स्थानीय लोगों एवं पंचायत प्रतिनिधियों के संपर्क में रहें। एसडीएम आज तहसील कार्यालय परिसर जोगिन्दर नगर में पटवारी एवं फील्ड कानूनगो के साथ आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बोल रहे थे। इस मौके पर तहसीलदार जोगिन्दर नगर डॉ. मुकुल शर्मा भी विशेषतौर पर मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि बरसात के कारण उपमंडल के विभिन्न गांवों में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान ग्रामीण स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को समयबद्ध शुरू करवाने में राजस्व कर्मियों के प्रयास सराहनीय रहे हैं। उन्होने सभी राजस्व कर्मियों को निर्देश दिये कि बरसात से प्रभावित परिवारों को मिलने वाली राहत एवं बचाव सामग्री तथा आर्थिक सहायता का वे समयबद्ध मूल्यांकन सुनिश्चित बनाएं ताकि प्रभावितों को जल्द राहत पहुंचाई जा सके। साथ ही आपदा से प्रभावित कोई भी पात्र व्यक्ति या परिवार अछूता न रहे इस बात को भी सभी सुनिश्चित बनाएं। इसके अतिरिक्त आपदा प्रभावितों का कोई भी मामला लंबित न रहे इस बारे भी सभी राजस्व कर्मियों को निर्देश दिये।
एसडीएम ने कहा कि उपमंडल के सभी पटवारी व कानूनगो अपने-अपने क्षेत्र के सभी आपदा प्रभावित लोगों एवं परिवारों तक पहुंचे ताकि कोई भी पीड़ित व्यक्ति या परिवार सरकार की ओर से मिलने वाली राहत व बचाव सामग्री के साथ-साथ आर्थिक सहायता से वंचित न रहे। साथ ही इस कठिन समय में सभी राजस्व कर्मियों को अपने-अपने मोबाइल फोन हर समय खुले रखने को भी कहा ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रभावितों की तुरंत मदद की जा सके।
इस बीच एसडीएम के.के.शर्मा ने बताया कि जोगिन्दर नगर उपमंडल में अब तक बरसात प्रभावित लगभग 170 पात्र लोगों को लगभग 60 लाख रुपये की आर्थिक मदद वितरित की जा चुकी है। उन्होने बताया कि उपमंडल के वर्षा प्रभावित पात्र लोगों को हुए नुकसान का राजस्व कर्मी उनके घर पहुंचकर आकलन सुनिश्चित बना रहे हैं तथा राजस्व मैनुअल के आधार पर मिलने वाली आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।इसके अलावा जिन परिवारों के घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं उनका सुरक्षित स्थानों पर अस्थाई तौर पर पुनर्वास सुनिश्चित बनाया है। साथ ही जिन लोगों के घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ उन्हे तिरपाल इत्यादि भी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाए हैं ताकि अधिक नुकसान को रोका जा सके। इसके अलावा विस्थापितों को विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से खाद्य सामग्री एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई हैं।
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