पालमपुर विज्ञान केन्द्र, पालमपुर में ‘अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक संस्कृति दिवस’ को अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
पालमपुर,रिपोर्ट बलजीत शर्मा
पालमपुर विज्ञान केन्द्र, पालमपुर में ‘अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक संस्कृति दिवस’ को अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर केन्द्र द्वारा विद्यार्थियों एवं सामान्य आगंतुकों हेतु विविध प्रकार के शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इसी कड़ी में आयोजित लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान में, केन्द्र के संग्रहाध्यक्ष एवं परियोजना समन्वयक श्री रामस्वरूप ने भारत में विज्ञान सम्मत सांस्कृतिक परंपराओं एवं दृष्टिकोण विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने मानव सभ्यता के विकास में वैज्ञानिक सोच और घटनाओं की तर्कपूर्ण विवेचन करने की मनुष्य की स्वाभाविक प्रकृति की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोणयुक्त जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया।
उपस्थित विद्यार्थियों ने भी परिचर्चा में अपने विचार व्यक्त किये । इस कार्यक्रम के उपरांत विज्ञान फिल्मों का प्रदर्शन किया गया । चंद्रयान-3 एवं आदित्य एल-1 से संबंधित बारीक जानकारियों को इन फिल्मों के माध्यम से दर्शकों को सरलता से समझाने की कोशिश की गई । फिल्म प्रदर्शन के पश्चात, विज्ञान प्रदर्शन व्याख्यान का आयोजन किया गया । इस प्रदर्शन में तरल नाइट्रोजन का उपयोग कर विविध रोचक वैज्ञानिक परीक्षणों को दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत किया गया । फूल-पत्तियाँ, फल, गुब्बारे इत्यादि को यदि उप-शून्य तापमान (Sub-Zero Temperature) में रखा जाए तो उनका क्या व्यवहार होगा उनकी प्रायोगिक व्याख्या की गई । इन कार्यक्रमों के उपरांत एक ओपन हाउस प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया इसके अंतर्गत लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान, प्रदर्शित विज्ञान फिल्मों एवं विज्ञान व्याख्यान से संबंधित विभिन्न प्रकार के बहु विषयक प्रश्न पूछे गए । सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों एवं सामान्य आगंतुकों को पुरस्कृत किया गया। इस कार्यक्रम में काँगड़ा जिले के विभिन्न विद्यालयों के लगभग 75 विद्यार्थियों एवं 25 सामान्य आगंतुकों ने प्रतिभागिता की । प्रतिभागी विद्यालयों के नाम इस प्रकार है- सेंट जेम्स स्कूल, काँगड़ा ; परमार्थ इंटरनेशनल स्कूल, बैजनाथ तथा जवाहर नवोदय विद्यालय, काँगड़ा । कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव पर केन्द्र के शिक्षा अधिकारी श्री चंद्रशेखर प्रसाद ने सभी प्रतिभागियों एवं उनके तत्सम्बन्धी विद्यालयों तथा सामान्य आगंतुकों का आभार व्यक्त किया एवं वैज्ञानिक संस्कृति के उत्तरोत्तर विकास की शपथ के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा की ।
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