विश्वविद्यालय की खराब ईआरपी प्रणाली के विरोध में प्रशासन के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन
पालमपुर,रिपोर्ट प्रवीण शर्मा
खिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। विद्यार्थी परिषद ने वर्तमान कांग्रेस सरकार के विरोध में हुंकार भरते हुए सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के दायरे को पांच जिलों से घटाकर दो जिलों तक करने के विरोध में प्रदर्शन किया। इकाई अध्यक्ष करण भटनागर ने इस निर्णय की निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार का निर्णय वर्तमान सरकार की नाकामी को सिद्ध करता है।
चंबा जिला के पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्र के विद्यार्थियों को मंडी में विश्वविद्यालय की सुविधा प्राप्त हुई थी लेकिन अब वर्तमान कांग्रेस सरकार के इस निर्णय के कारण विद्यार्थी उस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाएंगे और उन्हें काफी घंटों का सफर करते हुए शिमला विश्वविद्यालय पहुंचना पड़ेगा। अभाविप ने इस निर्णय के विरोध में प्रदेश सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इसके अलावा विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय की घटिया इआरपी प्रणाली का विरोध करते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय आए दिन छात्र हितों के साथ खिलवाड़ करने में कभी पीछे नहीं रहता। इस घटिया प्रणाली के कारण बहुत सारे विद्यार्थियों के परिणामों में या तो गड़बड़ी होती है या तो उनका परिणाम घोषित करने में बहुत देरी हो जाती है, जिससे विद्यार्थियों का अत्यधिक समय बर्बाद हो जाता है ।
विद्यार्थी परिषद ने यूआईआइटी के छात्रों की समस्याओं को उजागर करते हुए बताया की विश्वविद्यालय प्रशासन वहां पढ़ने वाले छात्रों को हॉस्टल की सुविधा देने में असमर्थ है, इस कारण विद्यार्थियों को 8 से 10 हजार रुपए खर्च कर अपने रहने की व्यवस्था करनी पड़ती है। इसके अलावा विद्यार्थी परिषद की मांग है की विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जल्द से जल्द लागू किया जाए ताकि छात्रों को उपयोगी शिक्षा हासिल हो सके। विद्यार्थी परिषद ने प्रशासन को यह चेतावनी दी है की शीघ्र अति शीघ्र यदि इन समस्याओं में सुधार नहीं किया तो विद्यार्थी परिषद आंदोलन में और उग्रता लाएगी, जिसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन दोनो होंगे।
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