सदन में आज रिपोर्ट पेश करेगा एमसी
शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा
नगर निगम का दावा है कि सभी भर्तियां नियमानुसार हुई हैं लेकिन ज्यादातर पदों पर रिश्तेदारों की नियुक्तियां कई सवाल भी खड़े कर रही हैं। शुक्रवार को होने वाले नगर निगम सदन में भी इस भर्ती पर सवाल उठने वाले है।राजधानी में सेनेटरी इंस्पेक्टरों के बाद अब नगर निगम में चालक भर्ती में भी गड़बड़झाले का अंदेशा है। सैहब सोसायटी से भरे गए चालकों के कई पदों पर नगर निगम में तैनात अफसरों और कर्मचारियों ने अपने ही रिश्तेदार भर्ती कर दिए हैं।
आरोप है कि सैहब सोसायटी और आउटसोर्स से भरे गए 63 में से 25 से ज्यादा पदों पर नगर निगम में तैनात अफसरों और कर्मचारियों के रिश्तेदार ही नियुक्त किए हैं।इनमें कई कर्मचारियों के लाडले हैं तो कई भाई और भतीजे हैं। पिता पुत्र भी चालक पदों पर भर्ती हुए हैं। हालांकि इनमें कुछ भर्तियां वर्ष 2020 से पहले की हैं जबकि बाकी 30 से ज्यादा पदों पर हुई भर्तियां साल 2021 से 2022 के बीच की हैं। दबी आवाज में निगम के अपने कर्मचारी भी इस पर सवाल उठा रहे है।
नगर निगम का दावा है कि सभी भर्तियां नियमानुसार हुई हैं लेकिन ज्यादातर पदों पर रिश्तेदारों की नियुक्तियां कई सवाल भी खड़े कर रही हैं। शुक्रवार को होने वाले नगर निगम सदन में भी इस भर्ती पर सवाल उठने वाले है। पार्षद सरोज ठाकुर ने इस बारे में सदन में सवाल लगाए हैं। निगम प्रशासन इसके जवाब में चालक भर्ती की पूरी रिपोर्ट सदन में रखने जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले सेनेटरी इंस्पेक्टर की जांच में भी चौंकाने वाले खुलासे हो चुके हैं।
नगर निगम सदन में शुक्रवार को एलईडी लाइटें न लगाने, बंद पड़े गोदाम किराये पर देने, स्मार्ट सिटी की दुकानों में रेन हार्वेस्टिंग की व्यवस्था न करने, लावारिस कुत्तों के बढ़ते आतंक, शहर से बाहर पेयजल सुविधा देने, नालों को पक्का करने जैसे मामलों पर चर्चा गरमाने के आसार हैं।नगर निगम सदन में इस बार अवैध निर्माण न हटाने को लेकर भी सवाल पूछे गए है। पटयोग पार्षद आशा शर्मा ने हाटेश्वरी मंदिर के पास अवैध निर्माण न हटाने को लेकर प्रशासन से जवाब मांगा है। नाभा में टैंक का काम लटकने पर भी हंगामा हो सकता है।
0 Comments