आपदा के बाद पटरी पर लौटने लगा पर्यटन कारोबार, वीकेंड के लिए 50 फीसदी बुकिंग
शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा
प्राकृतिक आपदा के बाद हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। वीकेंड के लिए होटलों में 50 फीसदी तक बुकिंग हो चुकी है। शिमला, धर्मशाला, कसौली और चायल में कमरों की एडवांस बुकिंग में इजाफा हुआ है। हालांकि, मनाली अभी कम संख्या में ही सैलानी पहुंच रहे हैं। पर्यटन कारोबार के रफ्तार पकड़ने से प्रदेश के हजारों पर्यटन कारोबारियों ने राहत की सांस ली है। हिल्सक्वीन शिमला में करीब दो माह बाद वीकेंड के लिए होटलों के करीब 50 फीसदी कमरे बुक हुए हैं।
सैलानियों की आमद शुरू होने के बाद होटल कारोबारियों ने छुट्टियों पर भेजा स्टॉफ भी वापस बुलाना शुरू कर दिया है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अधिकतर सैलानियों ने कमरों की बुकिंग की है। मैक्लोडगंज में धर्मगुरु दलाईलामा की प्रार्थना सभा के चलते होटल एडवांस में बुक हो चुके हैं। धर्मशाला में भी बीते दो माह से पर्यटकों की आवाजाही बंद थी। सोलन जिले के कसौली में पिछले सप्ताह से ही सैलानियों की आमद बढ़नी शुरू हो गई थी, इस हफ्ते कमरों की बुकिंग और अधिक बढ़ने वाली है। बड़ी संख्या में सैलानी चायल का भी रुख करने वाले हैं। शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसियेशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि वीकेंड पर शिमला में टूरिस्ट की आमद बढ़नी शुरू हो गई है। पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते कमरों की बुकिंग 50 फीसदी से ऊपर पहुंचने की उम्मीद है। पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज-धर्मशाला में अभी भी होटल वीरान पड़े हुए है। शुक्रवार को पर्यटन नगरी के होटलों में मात्र 10 फीसदी होटल बुकिंग दर्ज की गई है।
हिमाचल के पर्यटन स्थलों पर दुर्गा पूजा और न्यू ईयर सैलिब्रेशन के लिए एडवांस बुकिंग शुरू हो गई है। पर्यटन कारोबारी इसे पर्यटन उद्योग के लिए अच्छा संकेत मान रहे हैं। हर साल दुर्गा पूजा, क्रिसमस और न्यू ईयर सैलिब्रेशन के दौरान हिमाचल के होटलों में कमरों की बुकिंग सौ फीसदी तक पहुंच जाती है और करोड़ों का कारोबार होता है।प्रदेश में सड़कें बहाल होने के बाद सैलानियों की आमद बढ़नी शुरू हो गई है। शिमला, धर्मशाला, कसौली, चायल सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर 50 फीसदी तक कमरे बुक हैं। सितंबर के लिए कमरों की एडवांस बुकिंग तेज हो गई है। हिमाचल के पर्यटन स्थलों पर दुर्गा पूजा और न्यू ईयर पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।
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