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हिमाचल प्रदेश के 50 फीसदी सरकारी स्कूल नहीं दे रहे मिड-डे मील का ब्योरा

हिमाचल में 50 फीसदी स्कूल मिड-डे मील का नहीं दे रहे ब्योरा, निदेशालय सभी जिलों को जारी करेगा पत्र

शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा 

हिमाचल प्रदेश के 50 फीसदी सरकारी स्कूल मिड-डे मील का ब्योरा नहीं दे रहे हैं। स्कूलों में रोजाना परोसे जाने वाले मध्याह्न भोजन की जानकारी देना अनिवार्य है। पीएम पोषण वेबसाइट पर शाम 5:00 बजे तक डाटा अपलोड करना होता है। प्रदेश में पहली से आठवीं कक्षा वाले 15,433 स्कूलों में रोजाना 2,38,110 विद्यार्थियों को मिड-डे मील दिया जाता है।

बुधवार को प्रदेश के 7,360 स्कूलों ने ही शाम 5:00 बजे तक वेबसाइट पर भोजन परोसने की जानकारी साझा की। 8073 स्कूलों ने इसकी जानकारी नहीं दी। स्कूलों में मिड-डे मील देने के लिए सप्ताह भर का अलग से मेन्यू बना होता है।पहले सप्ताह के सोमवार को साबुत मूंग दाल और चावल, मंगलवार को सब्जी के साथ सोया पुलाव, बुधवार को राजमा चावल, गुरुवार को चना दाल और सब्जी के साथ खिचड़ी, शुक्रवार को उड़द दाल और चावल, शनिवार को काले चने और चावल तैयार किए जाएंगे। इसी प्रकार दूसरे सप्ताह के सोमवार को मिक्स दाल और चावल, मंगलवार को काले चने और दाल, बुधवार को मूंग दाल और सब्जी व चावल, गुरुवार को सब्जी व सोया पुलाव, शुक्रवार को राजमा और चावल या कढ़ी तैयार करने होंगे। सभी बच्चों को पोष्टिक आहार मुहैया करवाने के लिए भारत सरकार की ओर से इस योजना को चलाया जा रहा है। 

प्रदेश सरकार को इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से अलग से ग्रांट भी दी जाती है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक घनश्याम चंद ने बताया कि बीते दिनों प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के चलते डाटा अपलोड करने में कुछ जिलों में समस्याएं आ रही हैं। इस कार्य में तेजी लाने के लिए सभी जिलों को पत्र जारी किए जाएंगे।एक दिन में मिड डे मील कितने विद्यार्थियों को परोसा गया। इसकी जानकारी देने में शिमला, सोलन, मंडी और सिरमौर जिला के स्कूल सबसे पीछे हैं। बुधवार को शाम 5:30 तक शिमला के 2328 स्कूलों में से 819, सिरमौर के 1445 में से 627, मंडी के 2456 में से 1475, चंबा के 1647 में से 321 और सोलन के 1100 स्कूलों में से 757 स्कूलों ने ही जानकारी दी है। बिलासपुर के 839 स्कूलों में से 489, हमीरपुर के 743 में से 400, किन्नौर के 248 में से 58, कुल्लू के 1040 में से 331, लाहौल-स्पीति के 268 में से 64, कांगड़ा के 2542 में से 1548 और ऊना के 777 स्कूलों में से 471 स्कूलों ने ही जानकारी दी है।पीएम पोषण अभियान के तहत रोजाना रिपोर्ट देने के लिए चयनित देश के 19 राज्यों में बुधवार को हिमाचल प्रदेश का स्थान सातवां रहा। प्रदेश के 47.69 फीसदी स्कूलों का ही रिकॉर्ड वेबसाइट पर अपलोड हुआ। लक्षदीप 100 फीसदी रिपोर्टिंग के साथ पहले, 80 फीसदी के साथ दमन एवं दीयू दूसरे और 78.33 फीसदी रिपोर्टिंग के साथ चंडीगढ़ तीसरे स्थान पर रहा। गोआ, हरियाणा और मिजोरम राज्य ने भी हिमाचल से अधिक रिपोर्टिंग की।




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