अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के सह निदेशक राजेश पठानिया सहित लोगों ने एनएचएआई और प्रशासन से सवाल किया
पठानकोट,ब्यूरो रिपोर्ट
दो राज्यों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण चक्की सड़क पुल को दोपहिया वाहनों के लिए खोलने को लेकर सोमवार को चक्की सड़क पुल पर स्थानीय लोगों, पंचायत प्रतिनिधियों और व्यापार मंडल के पदाधिकारियों में धरना-प्रदर्शन किया। इस अवसर पर आईआरबी कंपनी के सीजीएम हरप्रीत सिंह, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के उप प्रबंधक तुषार सिंह, पुलिस अधिकारी और जवान मौजूद रहे।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के सह निदेशक राजेश पठानिया सहित लोगों ने एनएचएआई और प्रशासन से सवाल किया कि चक्की सड़क पुल आम लोगों के लिए क्यों बंद है। अगर इस पुल से कंपनी की छोटी-बड़ी गाड़िया गुजर सकती है तो आम लोग खासकर दोपहिया वाहन वाले क्यों नहीं गुजर सकते। लोगों के सवालों के बारे में आईआरबी कंपनी के सीजीएम हरप्रीत सिंह ने जवाब दिए और पुल की खराब स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि अगर मौसम सामान्य रहा तो 15 सितंबर तक एनएचएआई और प्रशासन से बैठक कर इस पुल को दोपहिया वाहनों के लिए खोलने का आग्रह किया जाएगा।
पुलों की सुरक्षा के लिए बन रही सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य पूरा होने पर इसे ट्रैफिक के लिए खोलने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के सह निदेशक राजेश पठानिया ने चेताया कि अगर 15 सितंबर तक यह पुल दोपहिया वाहनों के लिए नहीं खुला तो चक्का जाम किया जाएगा। इस मौके पर अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे और पुल को 15 सितंबर तक दोपहिया वाहनों के लिए खोलने की मांग की। इस अवसर पर कंडवाल पंचायत प्रधान नरिंदर कुमार, उपप्रधान सुच्चा सिंह, पूर्व जिला परिषद सदस्य उदय पठानिया, जसूर व्यापार मंडल के प्रधान राजू महाजन और अन्य लोग मौजूद रहे।
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