अब आगरा की बारी नदी है उफान पर
आगरा,ब्यूरो रिपोर्ट
कासगंज में गंगा का रौद्र रूप देख ग्रामीणों में दहशत है। रविवार सुबह नगला जय किशन, राजेपुर कुर्रा, नगला पदम और नगला जेली आदि एक दर्जन गांव को जोड़ने वाला पुल पानी के बहाव के चलते बह गया। इसके चलते एक दर्जन गांव का संपर्क टूट गया।कासगंज में गंगा का रौद्र रूप देख ग्रामीणों में दहशत है। रविवार सुबह नगला जय किशन, राजेपुर कुर्रा, नगला पदम और नगला जेली आदि एक दर्जन गांव को जोड़ने वाला पुल पानी के बहाव के चलते बह गया। इसके चलते एक दर्जन गांव का संपर्क टूट गया। कासगंज जिले में बाढ़ का कहर निरंतर जारी है।
रविवार को यह कहर और तीव्र हो गया। बाढ़ का दायरा 40 गांव की सीमा को लांघकर 70 गांव तक जा पहुंचा। बाढ़ के पानी के दबाव से कादरगंज और नरदौली के गंगा के बांध कट गए। इसके कारण कई गांव की ओर बाढ़ का पानी तेजी से पहुंचने लगा। वहीं सनौडी से जय किशन नगला मार्ग का पुल बह गया, जिससे एक दर्जन गांव का संपर्क टूट गया। यहां से गुजरने वाली गाड़ियां थम गईं।कासगंज जिले में बाढ़ का कहर निरंतर जारी है। रविवार को यह कहर और तीव्र हो गया। बाढ़ का दायरा 40 गांव की सीमा को लांघकर 70 गांव तक जा पहुंचा। बाढ़ के पानी के दबाव से कादरगंज और नरदौली के गंगा के बांध कट गए। इसके कारण कई गांव की ओर बाढ़ का पानी तेजी से पहुंचने लगा।
वहीं सनौडी से जय किशन नगला मार्ग का पुल बह गया, जिससे एक दर्जन गांव का संपर्क टूट गया। यहां से गुजरने वाली गाड़ियां थम गईं।बांध कटने से गंगा के तटीय इलाकों में बेचैनी फैल गई। लोग सुरक्षा के इंतजामों में जुट गए। स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। अभी बाढ़ का पानी और इलाकों में भी पहुंच रहा है। जिले में 70 किलोमीटर के क्षेत्र में गंगा की धारा बहती है। गंगा की धारा से लगा इलाका पूरी तरह से जलमग्न है। स्थिति लगातार बिगड़ रही है। सिंचाई विभाग अलर्ट है।कादरगंज पर गंगा का बांध शुक्रवार रात कट गया। लोगों को इस बांध के कटने की उम्मीद नहीं थी। कादरगंज पर गंगा का एक बांध पहले भी कट चुका है। कादरगंज का यह दूसरा बड़ा बांध था। यह बांध का करीब 20 मीटर का हिस्सा कट गया। रात के समय लोगों को बांध के कटने की जानकारी नहीं हुई। सुबह जब उठे तो कई इलाकों में पानी ही पानी था। कादरगंज इलाके के खेत जलमग्न थे।
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