ओपीडी में तीन गुना हुए आई फ्लू के मरीज
हमीरपुर,ब्यूरो रिपोर्ट
बढ़ते आई फ्लू (कंजेक्टिवाइटिस वायरल) के चलते जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या तीन गुनी हो गई है। बचाव के चलते चश्मों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। प्रतिदिन दो से 300 काले चश्मों की बिक्री हो रही है। इसके साथ ही ब्रांडेड कंपनियों के आई ड्रॉप की खपत भी बढ़ गई है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बीमारी का दायरा बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर आयोजित नहीं किये जा रहे हैं।
बढ़ते आई फ्लू (कंजेक्टिवाइटिस वायरल) के चलते जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या तीन गुनी हो गई है। बचाव के चलते चश्मों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। प्रतिदिन दो से 300 काले चश्मों की बिक्री हो रही है। इसके साथ ही ब्रांडेड कंपनियों के आई ड्रॉप की खपत भी बढ़ गई है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बीमारी का दायरा बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर आयोजित नहीं किये जा रहे हैं।मौजूदा समय में हर आयु वर्ग के लोग आई फ्लू की चपेट में आ रहे है। जिला अस्पताल के नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. एके सिंह के अनुसार कई सालों बाद इस बीमारी ने लोगों को अपनी चपेट में लिया है। मौसम में उतार चढ़ाव होना इसका कारण है। कभी तेज उमस हो जाती है तो कभी बारिश के साथ मौसम सर्द हो जाता है। जिसके कारण वायरस क्रियाशील है। दो सप्ताह के अंदर आई फ्लू के मरीजों की संख्या तीन गुना हो गई है। वहीं, कई स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या भी आधी रह गई है।मेडिकल स्टोर संचालक विष्णु गुप्ता ने बताया कि एंटी वायरल व एंटी बैक्टीरियल आई ड्रॉप की बिक्री बढ़ी है। कई मरीज आंख में जरा सी खुजली या दर्द होने पर बिना चिकित्सीय सलाह ड्रॉप खरीदकर प्रयोग कर रहे है। ऐसे में ब्रांडेड ड्रॉप की मांग बढ़ी है। मोक्सीफ्लोक्सासिन, टोब्रामाइसिन, सिप्रोफ्लॉक्सिन, ओफ्लोक्सासिन, एजिथ्रोमाइसिन ऑइनटमेंट आई ड्रॉप की मांग अधिक है।
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