मुख्यमंत्री ने राजस्व मंत्री और मुख्य संसदीय सचिव के प्रयासों को सराहा
शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा
लगभग 15000 फुट की ऊंचाई और माइनस दस डिग्री तापमान जैसे विपरीत हालात में भी राजस्व मंत्री ने 255 लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। अपनी सुरक्षा की चिन्ता किए बगैर 65 वर्षीय राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और 55 वर्षीय मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने इस बेहद कठिन अभियान को बखूबी अंजाम दिया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा जगत सिंह नेगी तथा मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी को चन्द्रताल में फंसे पर्यटकों तक पहुंचने तथा उन्हें सुरक्षित निकालने के अभियान को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। इन दोनों ने 4551 मीटर ऊंचे कंुजुम दर्रे को पार किया और शून्य से कम तापमान में बर्फ से भरे रास्तों के बीच तड़के सुबह दो बजे पर्याप्त मशीनरी एवं बचाव दल के साथ चन्द्रताल पहुंचे।
रातभर जागकर दोनों ने यह सुनिश्चित किया कि वहां फंसे सभी पर्यटक सुरक्षित महसूस करें और उन्हें खराब मौसम व विपरीत परिस्थिति में भी हौसला बनाए रखने के लिए प्रेरित भी किया। वीरवार सुबह सात बजे दोनों 60 लोगों के पहले जत्थे के साथ चन्द्रताल से करीब चार फुट बर्फ के बीच लोसर के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री भी इस बचाव अभियान की पल-पल की जानकारी लेते रहे।
लाहौल-स्पिति की बर्फीली घाटियों में चन्द्रताल में फंसे लगभग 300 पर्यटकों की सुरक्षित वापसी में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के प्रयासों की मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सराहना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चन्द्रताल में हेलीकॉप्टर के उतरने के लिए सुरक्षित स्थल उपलब्ध न होने के कारण प्रदेश सरकार को यह साहसिक निर्णय लेना पड़ा। ऐसे में जगत सिंह नेगी ने आगे बढ़कर जिम्मेवारी लेते हुए स्थानीय प्रशासन के साथ इस अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।जगत सिंह नेगी ने कहा कि वहां फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकाल कर काजा पहुंचाया गया है।
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