कार्यक्रम में पालमपूर और बैजनाथ के 30 महिला मंडलों ने भाग लिया
पालमपुर,रिपोर्ट नेहा धीमान
पालमपूर के प्रगति मैदान परिसर में पर्वतीय महिला विकास ट्रस्ट द्वारा ' जीणा कांगड़े दा' एक दिवसीय मेले का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पालमपूर और बैजनाथ के 30 महिला मंडलों ने भाग लिया। पर्वतीय महिला विकास ट्रस्ट की संस्थापक बिमला विश्वप्रेमि ने कार्यक्रम के उद्देश्य को ले कर कहा, 'आज के हमारे इस प्रोग्राम का जो मुख्य उद्देश्य है कि गाँव गाँव में जो सबसे पिछड़े हैं - जो महिलाएं हैं उनके लिए एक मंच तैयार करना जहाँ हमारे शशक्तिकरण हो सके।'
'हमारे हुनर, हमारी आजीविका' इस थीम के साथ आयोजित मेले में लगभग 25 महिला मंडलों ने स्थानीय उत्पादों और जैविक व्यांजनों के स्टॉल लगाये।महिलाओं के अधिकारों खास कर घरेलू हिंसा के मामलों पर पिछले 15वर्षों में क्षेत्र में पर्वतीय महिला अधिकार मंच सक्रिय रहा है और आज इस संगठन से लगभग 2000 सदस्य जुड़े हैं। पर्वतीय महिला विकास ट्रस्ट का मकसद महिलाओं के मंच को शशक्त करना है और इसमें महिलाओं के आर्थिक आधार को मजबूत करने के लिए उनकी क्षमताओं का संवर्धन और आजीविकाओं के साधनों को भी बढ़ाना है।
आज राज्य में महिलाओं के शशक्तिकरण के लिए कई स्कीमे और नीतियाँ मौजूद हैं परंतु सामूहिक जन जीवन और पंचायतों में और निर्णय लेने की प्रक्रिया में महिलाएं आगे नहीं आती तो इन नीतियों का लाभ सबसे जरूरतमंद महिलाओं तक पहुँचना मुश्किल है। 'महिलाओं के संगठन और महिला मंडलों के भूमिका मजबूत करने की इस मुहिम में महिला विकास ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं के नेतृत्व को समर्थन देना' संगठन की सह संयोजक नांकि भारद्वाज ने बताया।
कार्यक्रम में कई स्थानीय संस्थाओं और सामाजिक कार्य कर्ताओं ने भी भाग लिया। इनमें शामिल कांगडा स्थित जागोरी ग्रामीण संस्था की संस्थापक आभा भैया के साथ दिल्ली से नारीवादी नेत्रियों नंदिनी राव और अरुणा संघपाली ने सभा को संबोधित किया। निम्न संस्थाओं से प्रतिनिधि समर्थन में मौजूद थे - हिम आर आर ए, RTDC, हिमाचल क्वीयर फाउंडेशन और हिमधरा पर्यावरण समूह, आदि।
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