दिल्ली (संजीव ठाकुर)
दक्षिणी रेंज/अपराध शाखा की एक टीम द्वारा कीर्ति नगर में दिनदहाड़े हुई लूट के सनसनीखेज मामले को सुलझाया लिया गया है, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को शिकायतकर्ता शिवेंदर कलसी, निवासी कीर्ति नगर, दिल्ली जब अपने घर पर अकेली थी तभी उसका घरेलू सहायक सूरज यादव, अपने साथी सुरेश यादव और अन्य सहयोगियों के साथ उसके कमरे में घुस गया और उसे धमकाया व पीटा , उसके बाद उन्होंने शिकायतकर्ता को बांध कर एक कमरे में बंद कर दिया।
सभी आरोपियों ने उसके गहने और नकदी लूट ली और मोके से फरार हो गये, अपराध करने के बाद सभी आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहे थे। इस मामले में सभी को भगोड़ा घोषित किया गया व प्रत्येक की गिरफ्तारी पर 20,000/- रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। आरोपी बिहार के जमुई जिले के नक्सली इलाके के रहने वाले हैं जिस कारण पुलिस द्वारा आरोपियों को पकड़ने के लिए किये गये प्रयास सफल नही हो रहे थे, फरार अपराधी को पकड़ने के लिए उपायुक्त अंकित कुमार सिंह और संयुक्त आयुक्त एसडी मिश्रा ने सहायक आयुक्त नरेश सोलंकी की देख रेख में व निरीक्षक विजय पाल दहिया के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया,इस टीम को रायगढ़, महाराष्ट्र भेजा गया व इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर खुफिया जानकारी विकसित करने के बाद यह पाया गया कि आरोपी सुरेश यादव महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के गाँव वधकल में एक कंपनी में ट्रक चालक के रूप में काम करता है। मिली जानकारी के अनुसार टीम ने उपरोक्त स्थान पर छापेमारी की लेकिन सुरेश वहां नहीं मिला। टीम को आरोपी सुरेश यादव का मोबाइल नंबर मिला जिस पर तकनीकी निगरानी की सहायता से आरोपी सुरेश यादव,39 वर्षीय को मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास से पकड़ा गया। वह रायगढ़ छोड़ने की कोशिश कर रहा था क्योंकि उसे दिल्ली पुलिस की छापेमारी के बारे में पता चल गया था, जांच के दौरान उसने खुलासा किया कि घटना के बाद वह अपने साथी के साथ लूट का सामान लेकर मौके से भाग गया था | उसके बाद वे 07 साल तक पुणे में किराए पर वाहन चलाते थे। अब वह जेएसडब्ल्यू कंपनी, गाँव वधकल, जिला रायगढ़, महाराष्ट्र में ट्रक चालक के रूप में काम कर रहा था ।
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