दो दिन में 102.38 करोड़ की लगी चपत, अगले चार दिन तक भारी बारिश का अलर्ट
शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा
हिमाचल प्रदेश में मानसून के आग़ाज ने ही कहर बरपा दिया है। मानसून की भारी वर्षा से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है औऱ राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी तबाही हुई है। जगह -जगह लैंड स्लाइड, गाडियों के दबने, बादल फटने व बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ है। 24 जून से दो दिन में हिमाचल में 102.38Cr. का नुकसान हुआ है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सोमवार शाम जारी रिपोर्ट के मुताबिक मानसून ने 24 जून को हिमाचल में प्रवेश किया था और बीते 48 घण्टों में वर्षा जनित घटनाओं में नौ लोगों की जान चली गई है। जबकि लोग 14 घायल हैं। मंडी, शिमला व सोलन में दो-दो, चम्बा, हमीरपुर व कूल्लु में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। बाढ़ में बहने व सड़क हादसों में तीन-तीन, खाई में गिरने से दो और भूस्खलन की चपेट में आने से एक व्यक्ति ने जान गंवाई है।
ताज़ा बारिश से चार घर पूरी तरह तबाह हुए, जबकि 28 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा। 16 पशुशालाएँ भी पानी में बह गई, वहीं 312 मवेशी मारे गए। बीते 48 घण्टों में भूस्खलन की सात, बाढ़ आने की चार और बादल फटने की एक घटना सामने आईं।
मुसलाधार बारिश की वजह से चार नेशनल हाइवे और 301 सड़कें अवरुद्ध हैं। लोकनिर्माण विभाग के मंडी ज़ोन में 97, शिमला जोन में 71, हमीरपुर जोन में 65 और कांगड़ा जोन में 64 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा नेशनल हाइवे अथॉरिटी के शिमला और शाहपुर में दो-दो नेशनल हाइवे भी भूस्खलन से अवरुद्ध हैं। मानसूनी वर्षा से राज्य में 842 पेयजल स्कीमें बंद पड़ गई हैं। जलशक्ति विभाग के चम्बा सर्कल में सबसे ज्यादा 278, धर्मशाला सर्कल में 135, सुंदरनगर में 98, सोलन में 90, नाहन में 80, शिमला में 64, धर्मपुर में 45, कूल्लु में 21, रिकांगपिओ में 15 और बिलासपुर में 10 पेयजल स्कीमें खराब हैं।
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घण्टों के दौरान धर्मशाला में सर्वाधिक 106 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इकसे अलावा मंडी में 56, पांवटा साहिब में 43, पालमपुर में 32, चंबा में 24, कांगड़ा में 15 और धौलाकूआं में 12 मिलीमीटर वर्षा हई है। बादलों के बरसने से तापमान में गिरावट आने से मौसम सुहावना हो गया है। राज्य का औेसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.1 डिग्री नीचे रिकार्ड हुआ है। शिमला में न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री, सुंदरनगर में 21.4, भुंतर में 18.6, कल्पा में 13.8, धर्मशाला में 19.2, उना में 24, नाहन में 22, केलांग में 12.1, पालमपुर में 19, सोलन में 20.2, मनाली में 16.1, कांगड़ा में 22.1, मंडी में 20.9, बिलासपुर में 22, हमीरपुर में 23.6, चंबा में 21.6, डल्हौजी में 14.2, जुब्बड़हट्टी में 18.8, कुफरी में 14.7, कुकुमसेरी में 13.7, नारकंडा में 13.5, रिकांगपिओ में 17.3, सियोबाग में 19, धौलाकूआं में 25, बरठीं में 24.3, मशोबरा में 15.5, पांवटा साहिब में 25, सराहन में 18 और देहरा गोपीपुर में 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है।
वर्षा के बाद नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है जिसके चलते प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने और नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है। मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में अगले चार दिन भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। लोगों को नदी नालों से दूर रहने के साथ लैंड स्लाइड से बचने की सलाह दी गई है।
0 Comments