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प्रशासनिक बैठक के दौरान क्या बोले एमएलऐ डाॅ. जनक राज

                                            मेरे पास पहुंची शिकायत, तो फिर अधिकारी की खेर नहीं

पांगी,ब्यूरो रिपोर्ट  

 भरमौर पांगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉक्टर जनक राज (MLA Dr Janak Raj) के पांगी दौरे के दौरान सोमवार को विधायक की अध्यक्षता में प्रशासनिक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का आयोजन पुस्तकालय भवन किलाड़ में किया गया। इस बैठक में घाटी के सभी विभागीय अधिकारी मौजूद रहे वहीं डॉक्टर जनक राज द्वारा सभी अधिकारियों को घाटी के विकास कार्यों को तुरंत अमलीजामा पहनाने के कड़े निर्देश दिए हुए हैं। विधायक द्वारा सर्वप्रथम पांगी घाटी को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग बीआरओ के अधिकारियों के साथ चर्चा की इस दौरान उन्होंने बीआरओ को आदेश जारी करते हुए कहा कि इस वर्ष में पांगी घाटी का यह मुख्य मार्ग संसारी नाला से लेकर कुल्लू मनाली प्रवेश द्वार शौर तक ब्लैक टॉप यानि तारकोल बिछ जानी चाहिए । ताकि क्षेत्र के लोगों की अहम समस्या का समाधान हो सके।

वही बैठक के दौरान मौजूद हाल ही में ज्वाइन किए आवासीय आयुक्त रितिका जिंदल ने भी विधायक को पांगी घाटी की कुछ प्रमुख समस्याओं के बारे में भी जानकारी दी जिसमें पांगी घाटी की दूसरी समस्या रहेगी बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से ना होने के कारण क्षेत्र के लोगों को कई दिनों तक अंधकार में रहना पड़ रहा है। जिसको लेकर विधायक डॉक्टर जनक राज द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हुए हैं। वही बैठक के दौरान विधायक डॉक्टर जनक राज ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई अधिकारी अपने कार्य में लापरवाही करता है और उस अधिकारी की शिकायत विधायक तक पहुंच रही है तो उस अधिकारी के खिलाफ कड़ा संज्ञान लिया जाएगा।

विधायक द्वारा लोक निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पांगी घाटी की सभी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से जुड़ी हुई सड़कों पर तुरंत तारकोल बिछाई जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को सहूलियत मिल सके। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भरमौर पांगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉक्टर जनक राज द्वारा विजेता होने के बाद पहली बार पांगी घाटी पहुंचे हुए हैं और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी पहली बैठक कर रहे हैं । उन्होंने पांगी घाटी की मुख्य समस्याओं पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं उन्होंने बताया कि पांगी घाटी में केवल 6 से 7 महीने विकास करने के होते हैं उसके बाद पांगी किस दुनिया से कट जाती है और बर्फबारी के कारण पांगी घाटी में विकास कार्य नहीं हो पाते हैं । इसीलिए अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि 6 महीने के भीतर पांगी घाटी के सभी रुके हुए कार्य हो जाए।


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