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संपर्क संस्था के सहयोग से प्राथमिक स्कूलों में गुणात्मक शिक्षा की तलाशी जा रही सम्भावनाएं

                                              एसडीएम ने संपर्क संस्था से किया विचार विमर्श

जोगिंदर नगर,रिपोर्ट जतिन लटावा

जोगिंदर नगर उपमंडल के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोडऩे तथा गुणात्मक शिक्षा मुहैया करवाने के लिए गैर सरकारी संस्था संपर्क के माध्यम से संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। प्राथमिक स्कूलों में बच्चों के साथ-साथ अध्यापकों की शिक्षण सामग्री को आधुनिक तकनीकों से जोड़ते हुए रूचिकर बनाने के लिए जोगिन्दर नगर प्रशासन ने संपर्क संस्था के साथ मिलकर इस दिशा में प्रयास शुरू किये हैं। प्रशासन व संबंधित विद्यालयों के परस्पर सहयोग से जहां पठन-पाठन एवं शिक्षण सामग्री को बच्चों की दृष्टि से ज्यादा आकर्षक बनाकर बच्चों के सीखने के स्तर को बढ़ाना है तो वहीं बच्चे का समग्र विकास भी सुनिश्चित करना है। 

 इस संबंध में एसडीएम जोगिन्दर नगर ने संपर्क संस्था के प्रतिनिधियों एवं प्रारंभिक शिक्षा विभाग के खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों, बीआरसी तथा सीएचटी अध्यापकों के साथ व्यापक विचार विमर्श किया है।इस बात की पुष्टि करते हुए एसडीएम जोगिंदर नगर कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि जोगिन्दर नगर उपमंडल के प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने, सीखने के स्तर को बढ़ाने तथा बच्चों के समग्र विकास के लिए एनजीओ संपर्क तथा संबंधित शिक्षकों के साथ व्यापक चर्चा की गई है। उन्होने बताया कि संपर्क संस्था पहले ही प्रदेश भर में बच्चों को आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवाने की दिशा में प्रारंभिक शिक्षा विभाग के माध्यम से कार्य कर रही है। संपर्क संस्था द्वारा अध्यापकों को नई तकनीकों के माध्यम से पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है तो वहीं बच्चों की कक्षा के आधार पर शिक्षण अधिगम सामग्री (टीचिंग लर्निंग मैटिरियल) भी उपलब्ध करवाई जा रही है।

उन्होने बताया कि जोगिन्दर नगर उपमंडल में प्राथमिक स्कूलों के अध्यापकों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ते हुए शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाने, अध्यापकों के लिए नवीनतम टीचिंग लर्निंग मेटिरियल उपलब्धता सुनिश्चित बनाने तथा स्कूलों में उपलब्ध मूलभूत ढांचे के आधार पर बेहतर शिक्षा की संभावनाओं पर कार्य करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन के इस प्रयास से जहां प्राथमिक स्तर की कक्षाओं में प्रत्येक बच्चे के सीखने के स्तर को बढ़ाना है तो वहीं विभिन्न विषयों को आधुनिक शिक्षण सामग्री से जोड़ते हुए समग्र विकास भी सुनिश्चित बनाना है।

एसडीएम ने बताया कि इस संबंध में संपर्क संस्था के प्रतिनिधियों के साथ-साथ उपस्थित शिक्षकों ने कई अहम सुझाव भी दिये हैं, जिन्हें आने वाले समय में कक्षा में लागू कर कमजोर से कमजोर बच्चे के सीखने के स्तर में व्यापक बदलाव लाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। उन्होने बच्चों के समग्र विकास के लिए स्कूल क्लस्टर स्तर पर अंतर विद्यालय गतिविधियों के आयोजन पर भी बल दिया है। इससे न केवल बच्चों को एक-दूसरे स्कूलों के बच्चों के साथ इंटरेक्ट होने का अवसर मिलेगा बल्कि बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना भी विकसित होगी। साथ ही अध्यापक भी अपने पढ़ाने के नए-नए तरीकों का परस्पर आदान प्रदान सुनिश्चित बनाएंगे ताकि कक्षा में कमजोर बच्चा भी बेहतर प्रदर्शन कर सके।


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