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ठगी करने वाले गिरोह का अपराध शाखा ने किया पर्दाफाश

                                        सरकारी संस्थानों का फर्जी नियुक्ति पत्र किया जारी 

ब्यूरो रिपोर्ट 

सेंट्रल रेंज/अपराध शाखा की टीम ने विशेष पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंह यादव के नेतृत्व एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जोकि सरकारी संस्थानों का फर्जी नियुक्ति करता था, श्री चंदन कुमार, अवर सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, निर्माण भवन, भारत सरकार, द्वारा आवश्यक कार्यवाही हेतु शिकायत की गयी थी |

शिकायतकर्ता ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आदेश की एक प्रति संलग्न की, जिसमें यह कहा गया है कि श्री सुरेश चंद्र शर्मा, नेशनल मडिकल कमीशन अध्यक्ष का कार्यकाल जनवरी के महीने में समाप्त हो गया है और डॉ. सुरेश के. पटेल (गुजरात मेडिकल काउंसिल के सदस्य) को नेशनल मेडिकल कमीशन के नए अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है और वे 03.04.2023 से 10.04.2023 तक अपना कार्यभार संभालेगें,शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि मंत्रालय से जारी किए गए उपरोक्त पत्र पर उल्लेखित फ़ाइल संख्या कार्यालय के रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है और ऐसा कोई आदेश स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी नहीं किया गया है। कथित तौर पर इस मंत्रालय के नाम से जारी किया गया यह पत्र फर्जी है, इस पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करने के लिए सहायक आयुक्त राकेश कुमार शर्मा की देख रेख में निरिक्षक संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। 

जिसमें उप निरिक्षक सुभाष चंद, सहायक उप निरिक्षक बीरपाल, प्रधान सिपाही करण सिंह, प्रधान सिपाही समंदर कुमार, प्रधान सिपाही मुकेश शामिल थे,तकनीकी निगरानी और स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर टीम ने अपराध के मुख्य साजिशकर्ता खत्री इकबाल अहमद को वडोदरा, गुजरात से और सह-आरोपी हिमांशु पांडे को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया, पूछताछ में आरोपी खत्री इकबाल अहमद ने खुलासा किया कि वह आरोपी हिमांशु पांडे के लिए काम करता था। आरोपी हिमांशु पाण्डेय के कई मोबाइल नंबर किसी अन्य व्यक्ति की आईडी पर जारी हैं और वह इन नंबरों का इस्तेमाल करता था | आरोपी खत्री इकबाल अहमद के मोबाइल फ़ोन डाटा का विश्लेषण किया गया और गिरफ्तार अभियुक्त के साथ पुलिस टीम अभियुक्त हिमांशु पांडेय को पकड़ने के लिए लखनऊ, उत्तर प्रदेश पहुंची और आरोपी हिमांशु पांडे को चारबाग रेलवे स्टेशन, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के पास से गिरफ्तार कर लिया गया,आरोपी हिमांशु पांडेय ने खुलासा किया कि वह खत्री इकबाल अहमद और अन्य सहयोगियों के साथ फर्जी सरकारी पदों में नियुक्ति का गिरोह चलाता है | वर्ष 2021 में उन्हें अपराध शाखा, राजकोट पुलिस, गुजरात द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र के संबंध में धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2022 के अंत में उसे इस केस में जमानत मिल गई थी। वह बड़ी रकम ठगना चाहता था इसलिए उसने अपने साथियों के साथ हाई प्रोफाइल व्यक्तियों को उच्च पद और आयोगों के सदस्य के पद में नियुक्त करने के बहाने ठगी करने की योजना बनाई।


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