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राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं चिकित्सालय पपरोला में एन.सी.आई.एस.एम ने दौरा कर जांची सुविधाएं

  दो सदस्यों की  टीम ने दो दिन तक महाविद्यालय, चिकित्सालय , हॉस्टल ,क्लासरूम्स का निरीक्षण किया

बैजनाथ,रिपोर्ट रितेश सूद 

राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं चिकित्सालय पपरोला में नेशनल काउंसिल ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन की टीम ने दौरा किया,और स्थिति का जायजा लिया।

भारतवर्ष में सभी आयुर्वेदिक महाविद्यालयों  में पठन-पाठन के स्तर, मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की गुणवत्ता के आधार पर विभिन्न आयुर्वेदिक महाविद्यालयों को मान्यता देने एवं इससे संबंधित कानून बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा एन.सी.आई.एस.एम. को गठित किया गया है। इस टीम में आयुर्वेदिक महाविद्यालय मुजफ्फरनगर से डॉक्टर विकास गुप्ता तथा हरियाणा से डॉ नरेश कुमार को एन.सी.आई.एस.एम. की तरफ से औचक निरीक्षण के लिए भेजा गया था। दो सदस्यों की  टीम ने दो दिन तक महाविद्यालय, चिकित्सालय , हॉस्टल ,क्लासरूम्स का निरीक्षण किया। दो सदस्यों की टीम के साथ तीसरे सदस्य जो कि दिल्ली एन.सी.आई.एस.एम. ऑफिस मे ऑनलाइन माध्यम से टीम की कार्यवाही का संचालन देख रहे थे। कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर विजय चौधरी  ने टीम को  मौजूद सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। 

टीम ने महाविद्यालय से संबंधित सभी शैक्षणिक विभागों का निरीक्षण किया, तथा स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्रों से वार्तालाप कर उनको दी जा रही पठन-पाठन की सुविधाओं पर संतोष जाहिर किया। एन.सी.आई.एस.एम. टीम ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित चरक फार्मेसी में विभिन्न आयुर्वेदिक दवाओं की उत्पादन प्रक्रिया का बारीकी से अवलोकन किया। टीम ने महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में विभिन्न चिकित्सकों और कर्मचारियों के रिक्त पड़े पदों के बारे में अवगत करवाया। प्रधानाचार्य विजय चौधरी ने कहा कि हिमाचल सरकार एवं विभाग के उच्च अधिकारी महाविद्यालय को उत्कृष्ट संस्थान बनाने के लिए कटिबद्ध हैं एवं उन्होंने विश्वास जाहिर किया कि सरकार एवं उच्च अधिकारियों के सहयोग से टीम द्वारा बताई गई सभी कमियों को  तुरंत दूर करने के लिए भरपूर प्रयास किए जाएंगे।

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