पालमपुर, रिपोर्ट
पालमपुर रोटरी आई फाउण्डेशन दे रहा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं। जानकारी देते हुए रोटरी आई फाउंडेशन की उपलब्धियां गतिविधियों तथा भविष्य के प्लान के बारे में मीडिया से बात करते हुए रोटरी आई फाउंडेशन के चेयरमैन के जी बुटेल तथा मैनेजमेंट के सदस्यों ने कहा की सन 1981 में रोटरी क्लब पालमपुर ने निर्णय लिया कि आंखों की जटिल से जटिल बिमारियों एवं समस्याओं के लिए अस्पताल की स्थापना की जाए।
इस के लिए दी पालमपुर रोटरी आई फाउण्डेशन बनाने का फैसला लिया और सभी सदस्यों ने रू 1000 दे कर फाउण्डेशन की नींव रखी और स्वर्गीय डा० शिव कुमार को चेयरमैन चुना गया। रायपुर टी इस्टेट पालमपुर के परिवार से सम्पर्क किया और मारण्डा में मेला मल सूद ट्रस्ट को इस मूल्यावान जमीन लेकर धन राशी एकत्रित करने का काम आरम्भ करने के लिए रैफल फलोट करके 30 लाख एकत्र किए गए और रॉयल सोसाइटी फॉर ब्लाइड( यू० के० बेसड )सोसाइटी ने रू० 20 लाख का अनुदान दिया। सन् 1982 में मेला मल सूद के सपुत्र बालक राम सूद तथा उन के समस्त परिवार और डा० शिव कुमार व सभी सदस्यों ने भूमि पूजन कर अस्पताल का काम शुरू कर दिया।
अस्पताल का एक ब्लॉक बन कर तैयार हुआ तो 18अक्तूबर 1985 को इस अस्पताल को जनता को समर्पित कर दिया गया। अब यह अस्पताल अत्यआधुनिक उपकरणों और मशीनों तथा बहुत तजुर्बेकार डाक्टरों और स्टाफ द्वारा बहुत ही कम खर्चे से न केवल पूरे हिमाचल के बल्कि पंजाब, हरियाणा, जम्मू काशमीर के दूर दराज इलाकों की जनता का भी सफलतापूर्वक इलाज करके एक अपना ही नाम बनाने में कामयाब हुआ है।
इस कामयाबी की प्रेरणा तथा जनता की मांग व जरूरत को देखते हुए फाउण्डेशन को परागपुर में अमर चन्द बूटेल के परिवार ने भूमी और 10 लाख रूपये दिए और परागपुर रोटरी आई अस्पताल निर्माण कर 01.09.1991 को हि०प्र० के मुख्यमन्त्री शान्ता कुमार के हाथों से जनता को समर्पित कर दिया गया।
इस के बाद जिला उना में धुसाड़ा गांव में एक आंखों का अस्पताल तैयार कर के 09.10.1994 को जनता को समर्पित कर दिया गया। इस समय पालमपुर रोटरी आई फाउण्डेशन के निम्नलिखित अस्पताल जनता की सेवा में समर्पित हैं:
1. मेला मल सूद रोटरी आई अस्पताल मारण्डा
2. अमल चन्द बूटेल रोटरी आई अस्पताल परागपुर
3. रोटरी आई अस्पताल धुसाड़ा 4. विद्या भूपेन्द्रा रोटरी वुमेन व चाईल्ड केयर अस्पताल ठाकुरद्वारा
5. रोटरी फिजियोथेरापी सेन्टर ठाकुरद्वारा
6. रोटरी वीजन सेन्टर बीड़
और तब से आज तक इन अस्पतालों में 31,00,000 से अधिक मरीजों की जांच की गई व 2,50,000 से अधिक मरीजों की आखों की विभिन्न बिमारियों के लिए शल्य चिकित्सा करके सफलतापुर्वक इलाज किया जा चुका है।
7 अप्रैल 1914 में फाउण्डेशन ने वीमेन एवं चाइल्ड केयर अस्पताल की स्थापना ठाकुरद्वारा में कर के इलाके की जरूरतमन्द जनता से बहुत ही खर्चे से अति उत्तम इलाज कर सेवा कर रहा है। अति तजुर्बेकार डाक्टर और स्टाफ के तहत Neonatology, latest Ultrasound, Laproscopic surgery, Portable Xray unit की सुविधाएं है। आज तक इस अस्पताल में 27000 से ज्यादा मरीज अपना इलाज करवाया है और 3000 बच्चों ने जन्म लिया है जिस में सजेरियन की प्रतिशतता बहुत ही कम रही है।
केवल 20 रू० रेजिस्ट्रेशन के ले कर मरीज की आंखों की सारी जांच व निदान उच्च प्रशिक्षित स्टाफ व डाक्टरों के द्वारा किया जाता है। बाकी Charges भी अन्य अस्पतालों की अपेक्षा बहुत ही कम है। मारण्डा अस्पताल में 100 बैंड है जहां 27 बेड गरीब मरीजों को मुफ्त में दिए जाते है। यहां 22 Private Rooms है जहां केवल 500 रू प्रति दिन के हिसाब से लिए जाते है।
Cataract surgeries बहुत ही qualified doctors द्वारा आधुनिक Microscope और OT equipment से केवल 5000/- रूपए में Cataract surgery की जाती है और यह Charges Intra Ocular lens की quality पर निर्भर करता है। अगर Retina Detachment Surgeries की बात करे तो जो अन्य प्राइवेट हॉस्पिटलज मे इसके चार्जेस 40000 से 100000 तक की जाती है वहीं हमारे अस्पताल में केवल 20000 से 30000 रू० में की जाती है। जरूरतमंद गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज किया जाता है। Rotary Women & Child Care Hospital में केवल एक बार की Registration केवल 50 रू० में की जाती है और
Consultation Charges भी ₹ 50 है। हमारे सभी अस्पतालों में PMJAY, HIMCARE, ECHS AND DHS मान्य है जिन से अधिक से अधिक लोगों को फायदा मिल रहा है।
Agenda:
Speciality and Research Centre की मारण्डा अस्पताल में स्थापना करना ।
ठाकुरद्वारा अस्पताल का विस्तार और Multi Speciality का प्रावधान करना।
सभी अस्पतालों की buildings का विस्तार करना। सभी अस्पतालों में पार्कंग की सुचारू व्यवस्था करना ।
मेडिकल टीम्स के लिए उच्च शिक्षा की व्यवस्था करना। और समय के अनुसार नए-नए उपकरणों और मशीनों का प्रावधान करना।
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