बैजनाथ में पर्यटन की अपार संभावनाए
बैजनाथ,रिपोर्ट रितेश सूद
कांगड़ा ज़िला में पर्यटन की अपार संभावनाएं है और प्रदेश सरकार ने कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल के रूप में विकसित करने का फैसला लिया है।
यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव कृषि, पशुपालन एवं पंचायती राज,किशोरी लाल ने छोटा भंगाल क्षेत्र के लोहारडी में चार दिवसीय मेले के समापन अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि एडीबी के माध्यम से 1311 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटन विकास योजना के अंतर्गत कांगड़ा, हमीरपुर , कुल्लू, शिमला, मंडी सहित अन्य जिलों में हेरिटेज साइट्स के सौंदर्यकरण, इको टूरिज्म एवं पर्यटन सुविधाओं के लिए कार्य योजना निर्मित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि बैजनाथ में पर्यटन के साथ-साथ सहासिक खेलों को बढ़ावा देने के लिये मूलभूत सुविधाओं का सृजन पर विशेष बल दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि छोटा भंगाल क्षेत्र के अदभुत सौंदर्य और संस्कृति को निहारने के लिये भी हजारों की संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं।सीपीएस ने कहा कि मेले हमारे जीवन में सामाजिक मेल-मिलाप के साथ-साथ समृद्ध संस्कृति को संजोए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश समृद्ध स्थानीय विरासत का खजाना है जो यहां की परंपराओं, कला व संस्कृति को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि मेले व त्यौहार स्थानीय लोगों के आपसी मेल मिलाप के साथ-साथ सामुदायिक व व्यापारिक रूप से भी लोगों की आकांक्षाओं व आवश्यकताओं को भी पूर्ण करते हैं।उन्होंने मेला कमेटी को मेले के सफल आयोजन के लिए 21 हजार रूपये देने की घोषणा की ।उन्होंने स्थानीय लोगों की मांग पर मेले को जिला स्तरीय मेले के दर्जा देने के लिए सरकार के समक्ष पैरवी करने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्वाड़ सड़क को जल्दी ही पास करवाकर बस चलाने का भी आश्वासन दिया।
उन्होंने भूजलिंग गांव के लिए जल्द सड़क का निर्माण की बात कही और लोहारडी से पोलिग गांव तक बस सेवा आरम्भ की जाएगी ।सीपीएस ने इस अवसर पर मेले के दौरान आयोजित खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
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