नई दिल्ली (संजीव ठाकुर):
दीपक पहल, जिसे दीपक बॉक्सर के नाम से भी जाना जाता है, दिल्ली-एनसीआर के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर्स में से एक है। राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाजी चैंपियनशिप के विजेता दीपक ने 2014-15 के आसपास अपराध की दुनिया में कदम रखा।दिल्ली में रोहिणी अदालत परिसर में गोगी की हत्या के बाद दीपक बॉक्सर गोगी गिरोह का प्रमुख बन गया। गोगी की 24 सितंबर, 2021 को दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी,दीपक बॉक्सर तब सुर्खियों में आया जब उसने गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी को सात साल पहले हरियाणा पुलिस हिरासत से छुड़ाकर लेकर भाग गया।
दीपक बॉक्सर दो साल पहले दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में पुलिस कर्मियों पर हमला करने में भी शामिल था और वांछित अपराधी फज्जा को पुलिस हिरासत से भागने में मदद की थी.1996 में जन्मे दीपक पहल उर्फ दीपक बॉक्सर का परिवार फिलहाल गन्नौर के गांधी नगर में रहता है। उसके परिवार में मां राजबाला, भाई प्रवीन व नवीन हैं। पिता का छह माह पहले निधन हो चुका है। दसवीं कक्षा तक पढ़ा दीपक पहल 13 साल की आयु में ही मुक्केबाजी से जुड़ गया था। उसने महज 16 साल की उम्र में ही जूनियर बॉक्सिंग में राज्य स्तर पर स्वर्ण पदक जीता था।
इसी बीच उसकी पहचान पांची के मोहित से हुई। मोहित के माध्यम से वह जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग से जुड़ गया,दीपक बॉक्सर ने देश से भागने के लिए फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया। वह रवि अंतिल उर्फ रवि अंतिल के जरिए कोलकाता से मैक्सिको के लिए उड़ान भरी फिर दुबई से वह अल्माटी, कजाकिस्तान गया और तुर्की पहुंचा इसके बाद वह स्पेन के लिए रवाना हुआ वहा से कई रास्ते तय करने के बाद आखिरकार वह मैक्सिको पहुंचा जहां 4 अप्रैल, 2023 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूनाइटेड स्टेट्स फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) की मदद से मैक्सिको से गिरफ्तार कर लिया, इससे पहले स्पेशल सेल (साउथ वेस्ट रेंज) एफबीआई की मदद से दीपक को भारत वापस लाने के लिए मैक्सिको गई थी। आपको बता दें कि बुधवार सुबह विशेष आयुक्त पुलिस एच.जी.एस. धालीवाल, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रमोद कुशवाहा और अन्य अधिकारी इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे गए जहां विशेष टीम बॉक्सर के साथ मैक्सिको से उतरी।
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