स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज नई दिल्ली में आयोजित
शिमला.रिपोर्ट नीरज डोगरा
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज नई दिल्ली में आयोजित एडवांटेज हेल्थ केयर इंडिया के छठे संस्करण के अंतर्गत संवाद सत्र में भाग लिया। इस सत्र में विभिन्न मंत्रालयों, औद्योगिक क्षेत्र और स्टार्टअप्स से जुड़े विशेषज्ञ एवं हितधारक शामिल हुए।भारत समूह-20 (जी-20) की अध्यक्षता कर रहा है और इसी परिप्रेक्ष्य में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के साथ मिलकर ‘वन अर्थ वन हेल्थ, एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया 2023’ के इस छठे संस्करण का आयोजन कर रहा है।
आयोजन के दौरान बुधवार सायं मेडिकल वैल्यू ट्रैवल अवार्ड्स-2023 को संबोधित करते हुए डॉ. शांडिल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में चिकित्सा पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को प्रकृति ने अपार सौंदर्य से नवाजा है और यहां का शांत एवं स्वच्छ वातावरण भारत में चिकित्सा सेवाओं के लिए आने वाले विभिन्न रोगियों के लिए एक उपयुक्त गंतव्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की समृद्ध संस्कृति, खान-पान, सुंदर वादियां, खूबसूरत पर्यटन स्थल, मंदिर, गोम्पा व मठ बड़ी संख्या में घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा पर्यटन से राज्य की आर्थिकी को बढ़ावा मिलने से यहां के लोगों के लिए बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
उन्होंने स्वास्थ्य एवं देखभाल को बढ़ावा देने के दृष्टिगत इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि पर्यटन को स्वास्थ्य से जोड़ने की यह पहल न केवल चिकित्सा कारणों से यहां आने वाले यात्रियों को लाभ प्रदान करेगी, अपितु विभिन्न राज्यों की आर्थिकी को भी गति देगी।इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य भाग लेने वाले देशों के बीच स्वास्थ्य सेवा में सहयोग के अवसर पैदा करने पर बल देना है। यह प्रतिभागियों को दुनिया भर में सहयोगियों के साथ नेटवर्क बनाने, विचारों का आदान-प्रदान करने, संपर्क बढ़ाने और मजबूत व्यावसायिक साझेदारी में सक्षम बनाएगा।इस सम्मेलन में 125 प्रदर्शक और 70 देशों के लगभग 500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, पर्यटन, विदेश, वाणिज्य और उद्योग तथा आयुष मंत्रालय, उद्योग मंचों, स्टार्टअप आदि के प्रमुख वक्ताओं और विशेषज्ञों के साथ संवाद एवं चर्चा भी की गई।
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