आईटी मुंबई से पर्यावरण विशेषज्ञ ने कूड़ा सयंत्र स्थल का किया दौरा।
पालमपुर, रिपोर्ट
पालमपुर के आईमा क्षेत्र में स्थापित कूड़ा सयंत्र में वारिश का पानी कूड़े के साथ मिलकर न्युगल नदी को प्रदूषित होने से बचाने हेतु नगर निगम ने कूड़ा संयंत्र स्थल पर इस समस्या से निपटने हेतु वैज्ञानिक विधियों से युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में नगर निगम पालमपुर द्वारा आज आईटी मुम्बई से पर्यावरण विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश द्वारा पालमपुर कूड़ा संयंत्र स्थल का दौरा करवाया गया। जिसमें उन्होंने बरसात का पानी कूड़े से मिलकर रसायन के रूप में न्युगल नदी में ना मिले इसके लिए कुछ सुझाव बताएं। नगर निगम पालमपुर के कमिश्नर आशीष शर्मा ने बताया कि इस लीचिंग प्रक्रिया (रसायन द्रव्य) को रोकने हेतु रोकने उन्होंने एक पोंड पहले बनाया था लेकिन अब दो और छोटे तालाब बनाये जाएंगे तथा इन तालाबों में ऐसे पौधे रोपित किये जाएंगे जिससे प्रदूषित पानी को शुद्ध किया जाएगा तथा रसायन द्रव्य युक्त पानी न्युगल नदी में जाने से रोका जाएगा।
नगर निगम कमिश्नर ने बताया कि इसके अलाबा नगर निगम ने 1500 किलो प्लास्टिक वेस्ट को अन्य उत्पादक उपयोग हेतु बाहर भेजा है तथा यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि जो ऑर्गेनिक बेस्ट कूड़ा सयंत्र में एकत्रित होता है उसे शीघ्र डीकंपोज करने के लिए सीएसआईआर संस्थान पालमपुर की मदद ली जा रही है जिसमें माइक्रोस नामक उत्पाद को कूड़े में मिश्रित करके एक विशेष प्रणाली द्वारा कूड़े को डीकंपोज किया जाएगा।
इस मौके पर नगर निगम के एस डी ओ कल्याण भट्ट तथा जे ई अश्विक कुमार भी मौजूद थे।
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