स्पिति घाटी में वाद्य यंत्रों के साथ मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत
कुंगरी मोनेस्ट्री के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा
लाहौल स्पीति,रिपोर्ट
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू आज जिला लाहौल-स्पिति के अपने तीन दिवसीय प्रवास पर स्पिति घाटी पहुंचे। सगनम हेलीपैड, कुंगरी गोम्पा तथा ढंखर गोम्पा पर स्थानीय लोगों ने पारंपरिक परिधानों और वाद्ययंत्रों के साथ मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू आज जिला लाहौल-स्पिति के अपने तीन दिवसीय प्रवास पर स्पिति घाटी पहुंचे। सगनम हेलीपैड, कुंगरी गोम्पा तथा ढंखर गोम्पा पर स्थानीय लोगों ने पारंपरिक परिधानों और वाद्ययंत्रों के साथ मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने घाटी के सुप्रसिद्ध कुंगरी एवं ढंखर गोम्पा में प्रार्थना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
कुंगरी गोम्पा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों की कठिनाइयों से भलीभांति परिचित है और उनके दैनिक जीवन को सरल एवं सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि स्पिति घाटी की समस्याओं के हल के लिए स्थानीय विधायक के साथ विचार-विमर्श कर योजनाएं तैयार कर उन्हें लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए तकनीक के अधिकाधिक उपयोग पर बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्पिति घाटी तक 4जी सेवाओं का विस्तार कर इससे आर्थिकी को मजबूत करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पदभार ग्रहण करने के बाद वह पहली बार स्पिति के प्रवास पर आए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए दृढ़ संकल्प है और इस वर्ष हिमाचल दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह काजा में मनाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र की संस्कृति एवं यहां के लोगों से जुड़ाव और भी सशक्त होगा।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण गर्त में गई अर्थव्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने की दिशा में प्रदेश सरकार ठोस कदम उठा रही है और आगामी चार वर्षों में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी के सहयोग से अगले दस वर्षों में हिमाचल देश के सबसे समृद्ध राज्यों की श्रेणी में शुमार होगा। उन्होंने पुनः दोहराया कि वह सत्ता सुख के लिए नहीं आए हैं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बजट में पात्र विधवा महिलाओं को गृह निर्माण के लिए डेढ़ लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज पर शिक्षा ऋण का प्रावधान किया गया है। सौर ऊर्जा को स्वरोजगार से जोड़ते हुए प्रदेश सरकार ने 250 किलोवाट से दो मेगावाट तक सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए 40 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान किया है, जिससे युवाओं को आय के साधन उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुंगरी मोनेस्ट्री के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति को संजोए रखने का कार्य स्पिति घाटी के लोगों ने बखूबी किया है। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए 50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।
स्थानीय विधायक रवि ठाकुर ने पहली बार स्पिति घाटी में पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए क्षेत्र के तीन दिन के प्रवास और पहली बार यहां राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस के आयोजन के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री को स्पिति घाटी के रीति-रिवाजों को जानने का भी अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों के कारण स्थानीय आबादी का पलायन हुआ है। रवि ठाकुर ने विश्वास व्यक्त करे हुए कहा कि मुख्यमंत्री इस सीमावर्ती क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर, पूर्व मंत्री फुन्चोग रॉय, पूर्व विधायक रघुवीर सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, उपायुक्त सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक काजा, अभिषेक वर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञाल्सन ठाकुर, शशि किरण, राम सिंह, कुंगा बौद्ध तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण गर्त में गई अर्थव्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने की दिशा में प्रदेश सरकार ठोस कदम उठा रही है और आगामी चार वर्षों में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी के सहयोग से अगले दस वर्षों में हिमाचल देश के सबसे समृद्ध राज्यों की श्रेणी में शुमार होगा। उन्होंने पुनः दोहराया कि वह सत्ता सुख के लिए नहीं आए हैं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बजट में पात्र विधवा महिलाओं को गृह निर्माण के लिए डेढ़ लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज पर शिक्षा ऋण का प्रावधान किया गया है। सौर ऊर्जा को स्वरोजगार से जोड़ते हुए प्रदेश सरकार ने 250 किलोवाट से दो मेगावाट तक सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए 40 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान किया है, जिससे युवाओं को आय के साधन उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुंगरी मोनेस्ट्री के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति को संजोए रखने का कार्य स्पिति घाटी के लोगों ने बखूबी किया है। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए 50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।
स्थानीय विधायक रवि ठाकुर ने पहली बार स्पिति घाटी में पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए क्षेत्र के तीन दिन के प्रवास और पहली बार यहां राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस के आयोजन के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री को स्पिति घाटी के रीति-रिवाजों को जानने का भी अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों के कारण स्थानीय आबादी का पलायन हुआ है। रवि ठाकुर ने विश्वास व्यक्त करे हुए कहा कि मुख्यमंत्री इस सीमावर्ती क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर, पूर्व मंत्री फुन्चोग रॉय, पूर्व विधायक रघुवीर सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, उपायुक्त सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक काजा, अभिषेक वर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञाल्सन ठाकुर, शशि किरण, राम सिंह, कुंगा बौद्ध तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
छात्रा के आग्रह पर स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री,नए स्कूल भवन के लिए तीन करोड़ रुपये की घोषणा
‘सुख की सरकार’ का मानवीय चेहरा एक बार पुनः देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू एक छात्रा के आग्रह पर उसके स्कूल की हालत देखने पहुंच गए।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुलिंग में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा तेंजिन छोडन कुंगरी गोम्पा में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची और कहा कि उनके स्कूल की हालत ठीक नहीं है। बच्ची ने मुख्यमंत्री से स्कूल भवन का निरीक्षण करने का अनुरोध किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्कूल देखने जरूर आएंगे।
कुछ देर बाद मुख्यमंत्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुलिंग पहुंचे और स्कूल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को पुराने स्कूल भवन को गिराकर नया भवन बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र प्राक्कलन तैयार कर सरकार को भेजने के निर्देश दिए और मौके पर ही लगभग तीन करोड़ की लागत से यहां पर स्कूल का नया भवन तैयार करने की घोषणा की।
इस दौरान बच्चों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजकीय शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई नई पहल कर रही है। इसी दिशा में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध ढंग से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है, जहां विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा के साथ ही उनके सर्वांगीण विकास के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
स्पिति घाटी के रंग में रंगे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान छूबा पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
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