भगवान श्री कृष्ण के जन्म पर झूमते श्रद्धालु और कथा सुनाते ब्यास ब्रह्म ऋषि महाराज
धर्मपुर ,रिपोर्ट संगीता मंडयाल
मंडी जिला के पधर स्थित वैष्णों माता मंदिर नारला में विष्णु महापुराण कथा के 7वें दिन भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। हरिद्वार गंगोत्री से आए कथा व्यास ब्रह्म ऋषि महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं।
इस दौरान भगवान श्री कृष्ण के जन्म पर शानदार झांकी भी निकाली गई। इस दृश्य पर महिलाएं भजन कीर्तन दौरान जमकर थिरकी।कथा ब्यास ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को बेहद संजीदगी के साथ सुनाया।
कहा कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालुगण झूमने लगे।
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