ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने को विशेष प्रशिक्षण शिविर
पालमपुर, रिपोर्ट प्रवीन शर्मा
चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय ने ग्रामीण जनता, विशेष रूप से ग्रामीण कृषक महिलाओं को भारत की जी 20 अध्यक्षता के बारे में जागरूक करने के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की है।
कुलपति प्रो. एच.के. चौधरी ने अपने संदेश में कहा कि यह देश के लिए बहुत गर्व की बात है कि हमारा देश 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी 20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। इस वर्ष इसका विषय वसुधैव कुटुम्बकम ‘ एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य‘ है। कुलपति ने भारत की जी 20 अध्यक्षता पर प्रकाश डाला जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास के साथ लिंग मुख्य धारा पर ध्यान केंद्रित‘ विषय पर किया जाना है।सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पिछले एक पखवाड़े में लगभग 200 पहाड़ी कृषक महिलाओं के लिए अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया और महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूत करने का सुझाव दिया ताकि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके। एफपीओ उन्हें सहायता प्रदान करें ताकि पहाड़ी कृषक महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
जी-20 के तहत सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कृषि में महिलाओं पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के तहत सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 15-29 मार्च तक जिला कांगड़ा के कंडी, बलोटा, आशापुरी और अंद्रेटा गांवों और जिला मंडी के तल्केहर, पासल और चौंतरा में सक्रिय भागीदारी के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए।
खंड विकास अधिकारी चौतड़ा ने भी भाग लिया और पहाड़ी कृषि महिलाओं की क्षमताओं को बढ़ावा देने और मजबूत करने के लिए उपयोगी आवश्यकता-आधारित प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए विश्वविद्यालय को धन्यवाद दिया। पोषक अनाज और अन्य कृषि आधारित उत्पादों, नीरसता में कमी और कृषि उपकरण, व्यक्तित्व विकास, इको होली गुलाल, प्राकृतिक रंगाई और डिजिटल साक्षरता पर प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर जानकारी दी गई। इन आयोजनों में सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. वाईएस धालीवाल, परियोजना की इकाई समन्वयक डा. सपना गौतम और प्रधान अन्वेषक डा. राज पठानिया, डा. नीना व्यास, डा.रंजना वर्मा और डा. बिंदिया दत्त मौजूद रहे।
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