ज्वाली, राजेश कतनोरिया
कृषि एवम पशुपालन मंत्री प्रो0 चन्द्र कुमार ने कहा है कि जहां शिक्षा बच्चों के जीवन का आधार है, वहीं उनके भविष्य को संवारने में शिक्षा और शिक्षक अहम भूमिका निभाते हैं। यह उदगार कृषि मंत्री ने वीरवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल, चलवाड़ा में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किये।
उन्होंने स्कूल प्रबंधन को वार्षिक पारितोषिक समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से विद्यार्थियों तथा स्कूल प्रबंधन द्वारा वर्षभर के दौरान अर्जित उपलब्धियों को दर्शाने का विशेष अवसर प्राप्त होता है।
प्रो0 चंद्र कुमार ने प्रदेश के सरकारी शिक्षण संस्थानों में बच्चों की संख्या को बढ़ाने के लिए अध्यापकों तथा अभिभावकों से विशेष प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय सूचना प्रौद्योगिकी तथा प्रतिस्पर्धा का युग है जिस कारण शिक्षा के क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने सभी अध्यापकों से अपने आप को अपडेट करने का आह्वान किया ताकि उसका लाभ अध्ययनरत बच्चों को मिल सके।
कृषि मंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया । उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम करने वाले सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों को15 हजार रुपये जबकि स्थानीय स्थानीय प्राइमरी स्कूल के बच्चों को पांच हज़ार प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की। उन्होंने स्कूल प्रबंधन द्धारा रखी गई सभी मांगो को पूरा करने जा भी भरोसा दिया
कृषि मंत्री ने 2 करोड़ 20 लाख रुपए की लागत से बनाए जा रहे स्कूल भवन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्य को युद्धस्तर पर पूरा करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने इस अवसर पर स्कूल परिसर में चिक्कू का पौधा भी रोपित किया।
इससे पहले, स्कूल के प्रधानाचार्य के0सी0 दओल ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और स्कूल की विभिन्न गतिविधियों बारे जानकारी दी
सिद्धाथा नहर से 34 गांवों की 2650 हेक्टेयर भूमि को मिल रही है सिंचाई सुविधा।
कृषि मंत्री ने कहा कि सिद्धाथा नहर मध्यम सिंचाई परियोजना इस क्षेत्र के लोगों की लाइफलाइन है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को बनाने में कांग्रेस पार्टी की सरकार और उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि इस सिंचाई परियोजना से अब तक 34 गांवों की 2650 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिल रही है। जबकि क्षेत्र के शेष 11 गांवों की 500 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कमांड एरिया डेवलपमेंट परियोजना के तहत पूरा करने हेतु साढ़े सात करोड़ रुपए का आकलन तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां की मिट्टी काफी उपजाऊ है। लेकिन कुछ खेतों में सिंचाई की पर्याप्त सुविधा अभी तक नहीं पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि यह परियोजना शीघ्र पूरी हो ताकि हर खेत तक पानी पहुंच सके। उन्होंने जलशक्ति विभाग तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाने व सड़कों के बेहतर रखरखाब के भी निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विशेषज्ञों से किसानों की समस्या का हल उनके खेतों में जाकर ढूंढने व उसका समाधान करने के निर्देश दिए।
कृषि मंत्री ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में खेतीबाड़ी और पशुपालन व्यवसाय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई में प्रदेश सरकार द्धारा प्रदेश में खेती के ढांचे को बदलने के साथ दुग्ध उत्पादन क्षेत्र को राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत सुदृढ़ करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि हिमाचल, कृषि राज्य के साथ देश का दुग्ध उत्पादक राज्य बनकर उभरे। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक से विभिन्न दुग्ध उत्पाद तैयार करने पर भी विशेष बल दिया जाएगा ताकि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके। उन्होंने स्थानीय स्तर पर रखी गई मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया।
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