धर्मशाला, रिपोर्ट
जिला कांगड़ा के धर्मशाला में 19-20 अप्रैल को जी20 बैठक प्रस्तावित है। धर्मशाला में होने वाली जी20 विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की बैठक में भारत सहित दुनियाभर से लगभग 70 प्रतिनिधि भाग लेंगे। जी20 बैठक की तैयारियों के लिए आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव एल. रमेश बाबू (आईएफएस) ने यह जानकारी दी। उपायुक्त कार्यालय में आयोजित इस बैठक में भारत सरकार में विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड की निदेशक डॉ. मधु सिन्हा, उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल, एसपी कांगड़ा डॉ. खुशाल शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
एल. रमेश बाबू ने जिला प्रशासन के साथ जी20 बैठक से संबंधित सभी तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। एल. रमेश बाबू ने कहा कि हमारे लिए यह गौरव की बात है कि एक दिसम्बर 2022 से जी20 देशों की अध्यक्षता करने की जिम्मेदारी भारत को मिली है। उन्होंने कहा कि इस दौरान देश के विभिन्न प्रांतों में जी20 की 200 से अधिक बैठकों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत धर्मशाला में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड तथा अनुसंधान और नवाचार के जी20 कार्य समूह की बैठक होना प्रस्तावित है।
विदेशी प्रतिनिधि करें स्थानीय संस्कृति का दर्शन
संयुक्त सचिव ने कहा कि भारत समृद्ध संास्कृतिक सम्पदा और परम्पराओं से परिपूर्ण देश है। उन्होंने कहा कि यहां प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशेष पहचान, परम्पराएं और तौर-तरीके हैं। उन्होंने कहा कि सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के धर्मशाला पहुंचने पर, उन्हें हिमाचल प्रदेश तथा जिला कांगड़ा की पहचान से जुड़े प्रतीकों का अवलोकन करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके स्वागत और प्रवास के दौरान स्थानीय संस्कृति से जुड़ी गतिविधियों और पारम्परिक तौर-तरीकों को ही महत्व दिया जाए।
आयोजन के लिए उपयुक्त स्थान है धर्मशाला
बैठक में विदेश मंत्रालय और सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के अधिकारियों ने धर्मशाला के प्राकृतिक सौंदर्य की प्रशंसा करते हुए इसे बैठक के आयोजन के लिए उपयुक्त स्थान बताया। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में पूर्व में मुख्य सचिवों की बैठक, सभी राज्यों के पर्यटन मंत्रीयों की बैठक जैसे बड़े इवेंट आयोजित किए गए हैैं। उन्होंने कहा कि जी20 की प्रस्तावित बैठक के लिए धर्मशाला और आस-पास के क्षेत्रों में व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक के आयोजन के लिए भी धर्मशाला उपयुक्त स्थान है।
जी20 की मेजबानी के लिए करेंगे पूरा सहयोग: डीसी
इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि 19-20 अप्रैल को प्रस्तावित जी20 बैठक के आयोजन के लिए जिला प्रशासन प्रदेश सरकार की तरफ से पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक के आयोजन के लिए विदेश मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप यहां व्यवस्थाएं की जाएंगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में जी20 बैठक का आयोजन होना क्षेत्र के लिए बड़ी बात है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में इससे पूर्व भी राष्ट्रीय स्तर के कईं कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक की मेजबानी के साथ धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन करवाने में भी सफल होगा। उन्होंने कहा कि धर्मशाला ऐसे इवेंट्स के आयोजन के लिए हर लिहाज से बेहतरीन जगह है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला पहले से ही पर्यटन की दृष्टि से अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर है। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक से धर्मशाला को भविषय में ऐसे और आयोजनों का अवसर मिलेगा।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार से डॉ. राज कुमार शर्मा, डॉ. एस.वी प्रसन्ना, जी20 सचिवालय विदेश मंत्रालय से गंगा निधि अग्रवाल, अशोक कुमार शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा सौरभ जस्सल, एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा, डीटीडीओ विनय धीमान, आरटीओ प्रदीप कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
विदेशी प्रतिनिधि करें स्थानीय संस्कृति का दर्शन
संयुक्त सचिव ने कहा कि भारत समृद्ध संास्कृतिक सम्पदा और परम्पराओं से परिपूर्ण देश है। उन्होंने कहा कि यहां प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशेष पहचान, परम्पराएं और तौर-तरीके हैं। उन्होंने कहा कि सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के धर्मशाला पहुंचने पर, उन्हें हिमाचल प्रदेश तथा जिला कांगड़ा की पहचान से जुड़े प्रतीकों का अवलोकन करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके स्वागत और प्रवास के दौरान स्थानीय संस्कृति से जुड़ी गतिविधियों और पारम्परिक तौर-तरीकों को ही महत्व दिया जाए।
आयोजन के लिए उपयुक्त स्थान है धर्मशाला
बैठक में विदेश मंत्रालय और सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के अधिकारियों ने धर्मशाला के प्राकृतिक सौंदर्य की प्रशंसा करते हुए इसे बैठक के आयोजन के लिए उपयुक्त स्थान बताया। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में पूर्व में मुख्य सचिवों की बैठक, सभी राज्यों के पर्यटन मंत्रीयों की बैठक जैसे बड़े इवेंट आयोजित किए गए हैैं। उन्होंने कहा कि जी20 की प्रस्तावित बैठक के लिए धर्मशाला और आस-पास के क्षेत्रों में व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक के आयोजन के लिए भी धर्मशाला उपयुक्त स्थान है।
जी20 की मेजबानी के लिए करेंगे पूरा सहयोग: डीसी
इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि 19-20 अप्रैल को प्रस्तावित जी20 बैठक के आयोजन के लिए जिला प्रशासन प्रदेश सरकार की तरफ से पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक के आयोजन के लिए विदेश मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप यहां व्यवस्थाएं की जाएंगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में जी20 बैठक का आयोजन होना क्षेत्र के लिए बड़ी बात है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में इससे पूर्व भी राष्ट्रीय स्तर के कईं कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक की मेजबानी के साथ धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन करवाने में भी सफल होगा। उन्होंने कहा कि धर्मशाला ऐसे इवेंट्स के आयोजन के लिए हर लिहाज से बेहतरीन जगह है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला पहले से ही पर्यटन की दृष्टि से अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर है। उन्होंने कहा कि जी20 बैठक से धर्मशाला को भविषय में ऐसे और आयोजनों का अवसर मिलेगा।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार से डॉ. राज कुमार शर्मा, डॉ. एस.वी प्रसन्ना, जी20 सचिवालय विदेश मंत्रालय से गंगा निधि अग्रवाल, अशोक कुमार शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा सौरभ जस्सल, एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा, डीटीडीओ विनय धीमान, आरटीओ प्रदीप कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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