पालमपुर, रिपोर्ट
आई टी पार्क की कावायत को लेकर पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने मुख्यमन्त्री के प्रधान आई टी सलाहकार गोकुल बुटेल से आग्रह किया है कि अमर शहीद परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित आलीशान भूमि का भी प्रस्तावित आई टी पार्क के लिए जरूर निरिक्षण करें । पूर्व विधायक ने गोकुल बुटेल को अवगत करवाया है कि फरवरी 1991 मे तत्कालीन मुख्यमन्त्री शान्ता कुमार ने इस जगह पर उस वक्त के प्रधानमंत्री चन्द्र शेखर के कर कमलों से "वन लगाओ , रोजी कमाओ ' जैसी महत्वाकांक्षी योजना का उदघाटन अर्थात शुभारंभ करवाया था। पूर्व विधायक ने गोकुल बुटेल को बताना चाहा है कि स्थित स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री के नाम की लगी पट्टिका के गायब हो जाने व बने चबूतरे ( पैडस्टल ) की दुर्दशा को देखकर उनकी संस्था ने इस जगह को "चन्द्रशेखर वाटिका" के नाम से संबारने का निर्णय लिया । इसी कड़ी में समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था ने गत वर्ष अपना पंचम वन महोत्सव समारोह के मुख्य अतिथि सांसद किशन चन्द कपूर के कर कमलों से यहाँ पौधा रोपित करके बडी धूमधाम के साथ मनाया ।
इसी के साथ वन मण्डल अधिकरी डा नितिन पाटिल के सहयोग से चबूतरे व पट्टिका का जीर्णोद्धार भी किया गया । पूर्व विधायक ने बताया कि इस तरह लम्बी कसरत के उपरांत राजस्व अभिलेख खंगालने पर पता चला कि तह जमीन पर नेशनल बायोलॉजीकल रिसर्च इंस्टीट्यूट का मालिकाना हक है। गहन छानबीन पर यह भी पता चला कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू जी के शासनकाल में पालमपुर को नेशनल बायोलॉजीकल रिसर्च इंस्टीट्यूट मिला था जो कि बाद में पता नहीं किन परिस्थितियों के चलते लखनऊ शिफ्ट को गया था जहां आज हजारों की संख्या में लोगों को रोजगार मिला हुआ है।
ऎसे में पूर्व विधायक ने गोकुल बुटेल से अपील की है कि जिस तरह उनकी संस्था ने रुचि लेकर इस मामले को यहाँ तक पहुंचाया है। अगर आगे आप भी जरा रुचि लें तो 60 के दशक में पालमपुर की खोई हुई यह चीज़ उसके समकक्ष आपके दायित्व , संकल्प व योग्यता के द्वारा मिल सकती है। क्योंकि यह जमीन आपके सम्बधित विभाग के ही नाम दर्ज है।
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