ज्वाली,राजेश कतनोरिया
हिमाचल प्रदेश के प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों का प्रतिनिधिमंडल प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत धीमान व महासचिव किशोरी लाल की अध्यक्षता में नूरपुर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिला तथा अपनी समस्या के बारे में अवगत करवाया। प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत धीमान व महासचिव किशोरी लाल ने कहा कि प्रदेश में कई मर्तबा भाजपा की सरकार बनी और कांग्रेस की भी सरकार सत्तासीन हुई लेकिन प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों को रोजगार नहीं दिया गया।
हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन आज भी रोजगार की आस में बैठे-बैठे 50 साल पार हो गए हैं। रोजगार न मिलने पर प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन दिहाड़ी लगाने को मजबूर हैं। रोजगार की आस में कई लाइब्रेरियनों की आयु भी पार हो चुकी है। लाइब्रेरियनों को बैंकों का कर्ज चुका पाना मुश्किल हो रहा है। लगातार लाइब्रेरियन की ट्रेनिंग करवाई जा रही है तथा अगर रोजगार ही नहीं देना है तो फिर सरकार ट्रेनिंग क्यों करवा रही है। प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत धीमान व महासचिव किशोरी लाल ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में संघ अपनी मांगों को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से 22 बार मिला लेकिन मात्र आश्वासन ही मिलते रहे, इससे पहले कांग्रेस सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिला लेकिन आश्वासन ही मिलते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सत्तासीन होने के बाद लाइब्रेरियनों के 771पदों को भरने का आश्वासन दिया था लेकिन पांच साल के कार्यकाल में एक भी पद नहीं भरा गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 20हजार प्रशिक्षित लाइब्रेरियन हैं जोकि बेरोजगार हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि प्रदेशभर के स्कूलों में रिक्त चल रहे लाइब्रेरियनों के पदों को भरा जाए ताकि बेरोजगार प्रशिक्षित लाइब्रेरियनों को रोजगार मिल सके। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अंजना, प्रेस सचिव मीनाक्षी, महासचिव वीरेंद्र खीरी, कोषाध्यक्ष संजय धीमान, ममता, सुरेखा, जितेंद्र, नीतू, महेंद्र मन्हास, दीपक, महेश, केशव, संजय चौधरी, शुभलता राणा इत्यादि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आश्वासन:
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संघ की मांग को पूरे ध्यानपूर्वक सुना था आश्वासन दिया कि जल्द ही लाइब्रेरियनों के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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