पालमपुर,संसार शर्मा
आशा की पांच दिवसीय ट्रेनिंग का दूसरा दिन
सुबह एक ग्रुप ने गायत्री मंत्र के बाद प्रभु प्रार्थना से शुरुआत की इसके बाद आशा के दूसरे ग्रुप ने अपने अंदाज में मुख की देखभाल के बारे चार्ट के साथ समझाया ,तीसरे ग्रुप ने मिथक और तथ्य के बारे पिछले कल की मुख की देखभाल की बातों को दोहराया।
इसके बाद स्वास्थ शिक्षिका दया देवी ने उपस्थित सभी आशा को कान, नाक, गले की देखभाल के बारे मे जानकारी देते हुए पांच ज्ञानेंद्रियों त्वचा,आंख,नाक,कान,जीभ के बारे जानकारी दी।Dr अरुण राणा जी ने कान की बनावट और कार्यों के बारे जानकारी देते हुए कहा कि कानों की सामान्य समस्याएं क्या क्या होती हैं, और आशा क्या क्या सलाह दे सकती है लोगों को बताएं कि कॉटन बड्स का इस्तेमाल न करे।
कान में अपनी मर्जी से तेल या अन्य पदार्थ न डालें। गंदे पानी में तैरना नहीं है,अपने कानों में कोई भी नुकीली चीज न डालें अगर कान में कोई रिसाव है तो नजदीकी स्वास्थ संस्थान में जाकर दिखाएं। इस दौरान कोकलिया इंप्लांट के बारे जानकारी दी गई। इसके बाद नाक की देखभाल बारे जानकारी देते हुए कहा कि नाक की कौन कोन सी सामान्य समस्याएं हैं विस्तार से जानकारी दी गई। इसके अलावा स्वास्थ शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने कहा जब भी खांसी या छींक आती है तो एकदम बाजू से (अंडर आर्म) कीटाणुओं को फैलने से रोकें। पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन करें।
भाप लेने की सलाह दें।अगर किसी को नकसीर आती है तो रोगी को सिर को आगे झुकाकर नथुनों को एक साथ 10 मिनट्स तक दबाकर रखें। इसके बाद गले की देखभाल बारे जानकारी देते हुए डॉक्टर अरूण राणा ने कहा कि गले की सामान्य समस्याएं क्या क्या होती हैं क्या क्या सलाह दे सकते हैं।
इस दौरान हेमलीच कौशल बारे जानकारी दी गई ।आशा ने प्रेक्टिकल भी किए बीएमओ भवारना डॉक्टर नवीन राणा ने भी आज के टोपिक बारे उपस्थित TOTs एवम आशा से फीडबैक ली एवम Hemlich technique बारे जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों को टॉफी रैपर के साथ न दें बच्चों को रस्सी खेलने के लिए,या बच्चों को रस्सी से न बांधे अगर किसी बच्चे के गले में कुछ फंस गया है तो उसे उल्टा करके पीठ में थपकी दें ।
Dr.सुनील त्यागी जी ने ई. एन. टी .के पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए आशा के कार्यों के बारे जानकारी देते हुए कहा कि आशा कि जब अपने कार्य क्षेत्र में जाती हैं तो समुदाय आधारित मूल्यांकन चैक लिस्ट जरूर भरें। गांव में जो मीटिंग होती है उसमें लोगों को जानकारी देते रहें।अपने कार्य क्षेत्र में कान,नाक,गले वाले रोगियों की पहचान करके नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर दिखाएं। जो दवाई दी जाती हैं बह सही समय पर लेना सुनिचित करें। आशा ने भी अपने काफी सारे कान ,नाक, गले के प्रश्नों के उत्तर डॉक्टर त्यागी से प्राप्त किए।अगले दिन का सेडुअल बताया गया।ग्रुप में बैठकर तैयारी भी की।
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