पालमपुर, रिपोर्ट
पंचवर्षीय समीक्षा टीम ने डा. ऐ. के. गहलोत पूर्व कुलपति पशु चिकित्सा एवं विश्वविद्यालय बीकानेर राजस्थान की अध्यक्षता में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर में सफल दौरा किया। इस समीक्षा बैठक का संचालन डा. रिंकु शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा किया गया। पंचवर्षीय समीक्षा टीम टीम में डा. ऐ. के. गहलोत (अध्यक्ष), डा. बी. के. जोशी (सदस्य), डा. आर. के. सेठी (सदस्य), डा. एस. वी. एन. रॉव (सदस्य), डा. ऐ. के. रावत (सदस्य), डा. त्रिवेणी दत्त (निदेशक एवं कुलपति), भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली (उ.प्र.) एवं सदस्य सचिव के रुप में डा. जी. साईकुमार, संयुक्त निदेषक (शोध), भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली (उ.प्र.) शामिल रहे।
डा. पुतान सिंह, स्टेशन प्रभारी,भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर ने स्वागत सम्बोधन प्रस्तुत किया। इस समीक्षा में अध्यक्ष डा. ऐ. के. गहलोत ने संस्थान में हो रहे शोध कार्यों की प्रशंसा की एवं यह भी सुझाव दिया की टैक्नोलोजी हस्तांतरण पर ध्यान देने की जरुरत है व उन्होंने कहा कि पशुविज्ञान केन्द्र भी उतना ही जरुरी है जितना की कृषि विज्ञान केन्द्र।
डा. बी. के. जोशी ने कहा की संस्थान ने लोकल फीड रिसोर्सिस् पर काफी अच्छा शोध किया है व हिमाचल में अपनाई जा रही पारंपरिक नॉलेज की मैपिंग की जा सकती है।
डा. एस. एन. रॉव ने लेब टू लैंड ट्रान्सफर का सुझाव दिया। डा. ऐ. के. रावत ने बाह्य वित्त पोषित परियोजनाओं को लेने पर जोर डाला।
डा. त्रिवेणी दत्त, निदेशक एवं कुलपति, भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली (उ.प्र.) ने सभी वैज्ञानिकों के किये गए शोध को काफी सराहा और उन्हें शोध कार्य हेतु प्रोत्साहित किया।
डा. जी. साईकुमार, संयुक्त निदेशक (शोध), भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली (उ.प्र.) ने इस संस्थान में हुए शोध कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्थान का शोध पूरे विश्व तक पहुँचा है एवं यहीं से नेचर जर्नल शोध प्रकाशित हुआ है।
डा. पुतान सिंह, स्टेशन प्रभारी, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर ने प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए पंचवर्षीय समीक्षा टीम का आभार व्यक्त किया।
इस समीक्षा बैठक में संस्थान के सभी वैज्ञानिक डा. गोरख मल (प्रधान वैज्ञानिक), डा. बीरबल सिंह (प्रधान वैज्ञानिक), डा. यू. एस. पति (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डा. रिंकु शर्मा (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डा. देवी गोपीनाथ (वैज्ञानिक), डा. गौरी जैरथ (वैज्ञानिक), डा. अजेयता रियालच (वैज्ञानिक) बलविंदर सिंह राणा तकनीकी अधिकारी श्रीमती ज्योति बाबू धर वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, रोशन रणजीत सिंह तकनीकी अधिकारी, एवं एस.के. जुत्शी तकनीशियन उपस्थित रहे। अंत में धन्यवाद प्रस्ताव डॉ गोरख मल प्रधान वैज्ञानिक द्वारा प्रस्तुत किया गया।
0 Comments