Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

राजशाही मानसिकता है कर्मचारियों पर डंडा चलाने का ख्बाव रखना: उमेश दत्त

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता उमेश दत्त ने कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य के बयान पर बोला हमला

कहा, राजकुमार की मानसिकता से राजशाही अभी भी नहीं जा रही

पालमपुर, रिपोर्ट 
 उमेश दत्त ने कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर जमकर हमला बोला है जिसमें उन्होंने अधिकारियों पर डंडा चलाने की बात कही है। प्रदेश प्रवक्ता उमेश दत्त ने कहा कि देश में रजवाड़ाशाही भले ही खत्म हो चुकी है लेकिन पूर्व राजघरानों से संबंध रखने वाले कुछ लोग खुद को आज भी राजकुमार समझते हैं और कर्मचारियों को अपना नौकर। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि यह हम नहीं कह रहे बल्कि हिमाचल कांग्रेस के राजकुमार की ओर से लगातार दिए जा रहे बयानों से झलक रहा है।
उमेश दत्त ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को लगता है कि देश और हिमाचल में राजशाही चल रही है और यहां कि जनता उनकी गुलाम है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं हिमाचल कांग्रेस के इन राजकुमार ने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर्मचारियों के लिए किया हो।

ऐसे हैं विक्रमादित्य के अभद्र बयान
उमेश दत्त ने विक्रमादित्य सिंह द्वारा दिए गए बयानों को जनता के समक्ष रखा। विक्रमादित्य सिंह ने कर्मचारियों के लिए कहा था - आप के परिवार पर मेरी गिद्ध जैसी नजर है, सरकार बनने के पर आपको पटक-पटकर प्रदेश के कोने-कने में भेजा जाएगा। रोहड़ू में बीजेपी नेत्री के लिए कहा था - बीजेपी नेत्री ठेकेदारों की गोद में बैठी हुई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए कहा था -जयराम किस खेत की मूली हैं। अब विक्रमादित्य सिंह ने फिर से कर्मचारियों-अधिकारियों के लिए कहा - सरकार चलाने के लिए डंडे की जरूरत होती है, अधिकारियों पर डंडा नहीं चलेगा तो सरकार नहीं चलेगी। 

उमेश दत्त ने विक्रमादित्य सिंह से पूछा कि यह कैसी मानसिकता है जहां इंसान को इंसान नहीं समझा जा रहा। पहले आप अधिकारियों को खुलेआम धमकियां देते हैं और फिर बाद में कहते हैं कि हम तो मुहावरे इस्तेमाल कर रहे थे या फिर मीडिया पर ही बयान तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगा देते हैं। यह अच्छा तरीका है कि पहले कुछ भी कहो और फिर उसका दोष दूसरों पर मढ़ दो।

हर नागरिक का सम्मान है 
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि विक्रमादित्य भूल गए कि भारत और हिमाचल में लोकतांत्रिक व्यवस्था है, यहाँ हर एक नागरिक का सम्मान है। विक्रमादित्य इससे पहले भी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अमर्यादित बयान दे चुके हैं। उमेश दत्त ने कहा कि विक्रमादित्य अपनी भाषा पर लगाम लगाएं और स्वीकार करें कि वह किसी राजतंत्र में नहीं बल्कि लोकतंत्र में रहते हैं जहां जनता सर्वोपरि होती है। और यह जनता जानती है कि उस पर डंडा चलाने का ख्वाब रखने वाले को कैसे जवाब देना है।

Post a Comment

0 Comments

दो मंत्री हो सकते हैं ड्रॉप,मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी