बडूखर/ अश्विनी चौधरी
विद्युत उप मंडल रे के अंतर्गत आने वाले सैकड़ों गांवों में आजकल वह पिछले 6 माह से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है जिसके चलते आम किसान व्यापारी दिन भर घर पर रहने वाली गृहिणी या बच्चे के साथ-साथ उनके माता-पिता का जीना भी दुश्वार हो चुका है।
इसके चलते अगर बात व्यवस्था की करें तो इंदौरा लेकर सथाना तक पिछले कुछ समय में ही दर्जनों लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं वह भी मात्र विद्युत अव्यवस्था के कारण जिनमें विभाग के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं कुछ समय पूर्व उपमंडल रे के अंतर्गत बडूखर में लाची राम जोकि विभाग में टीम टीमेट पद पर तैनात थे वह अपनी जान गवा चुके हैं इसके अलावा भोजपुर में कम से कम चार हादसे हो चुके हैं जिनमें 2 सरकारी कर्मचारी व एक गैर सरकारी व्यक्ति व एक ही परिवार के 4 लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं यह तो उनकी किस्मत थी कि वह बिजली की चपेट मैं आने के बाद पड़ोसियों की सूझबूझ से बच निकले वरना हादसा आज तक के विद्युत विभाग के सभी हादसों के रिकॉर्ड को भी तोड़ जाता।
विद्युत विभाग की अधिकारियों की बात करें तो अपने एसी कमरों से से बाहर तक नहीं निकलते हैं जबकि फील्ड में बैठे कर्मचारी जैसे तैसे जुगाड़ करके विद्युत व्यवस्था को कंधा दिए हुए हैं उसके लिए उन्हें भले ही शीशम के पेड़ों के साथ बिजली की हाई वोल्टेज तारों को बांधना पड़े या फिर कोई अन्य जुगाड़ कर जो इस से भी भयानक हो उसका जुगाड़ करके भी उपभोक्ताओं की विद्युत व्यवस्था को बहाल करने की कोशिश करते हैं परंतु इस समय ऐसा लगता है कि जैसे विद्युत अधिकारियों की स्टोन क्रशर मालिकों के साथ सांठगांठ के चलते आधे से ज्यादा कर्मचारी उनकी देखरेख में ही कार्य करते हैं जबकि आम उपभोक्ता मात्र अपनी किस्मत को कोसने के सिवा किसी को दोष नहीं दे पाता।
पिछले लगभग 30 35 सालों से 33kv सबस्टेशन बड़ूखर अपनी सेवाएं निरंतर उन्हीं कल पुर्जों के साथ जो 35 साल पहले लगाए गए थे से निभा रहा है जिसमें जुगाड़ करके कई उपकरण चल रहे हैं जबकि विभागीय सूत्रों की माने तो नाम न छापने की शर्त पर कुछ नहीं बताया कि 33 केवी सबस्टेशन बडूखर अपनी अंतिम यात्रा पूर्ण कर चुका है अब मात्र यह सब स्टेशन अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।
इस क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था इस हद तक चरमरा चुकी है कि लोगों ने अब शिकायत तक करना बंद कर दिया है लोगों का मानना है कि सैकड़ों बार शिकायत करने के बावजूद भी व्यवस्था नहीं सुधर पा रही तो एक बार फिर एक शिकायत करने से व्यवस्था कैसे बहाल हो जाएगी।
इस बारे में जब अधीक्षण अभियंता विद्युत जफर इकबाल से बात की गई तो उन्होंने अधिशासी अभियंता को कांफ्रेंस पर लेकर बातचीत करवाई जिसमें उन्होंने यह आदेश दिए कि एक-दो दिन में क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कर दी जाए परंतु पिछले 6 माह से अधिशासी अभियंता के द्वारा इसी प्रकार के आम जनता व पत्रकारों को यह रटा रटाया बयान दिया जा रहा है कि व्यवस्था एक-दो दिन में सुधर जाएगी जबकि धरातल पर व्यवस्था जस की तस बनी हुई है।
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